बक्सर. जिले के नावानगर प्रंखड के विद्यालयों में एक अगस्त से केंद्रीयकृत रसोईघर से मध्याह्न भोजन नहीं लिया जायेगा. इसको लेकर निदेशक मध्याह्न भोजन योजना विनायक मिश्रा ने पत्र जारी कर जिला के शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है. थर्ड पार्टी मूल्यांकन के फलाफल के आधार पर चिन्हित केंद्रीयकृत रसोईघर से मध्याह्न भोजन की आपूर्ति बंद करने के संबंध में निर्देश दिया गया है. पत्र के माध्यम से कहा गया है कि भारत सरकार से प्राप्त निदेश के आलोक में सभी संस्थाओं के केंद्रीयकृत रसोईघर का थर्ड पार्टी मूल्यांकन कराया गया है. थर्ड पार्टी मूल्यांकन में प्राप्त फलाफल के आधार पर समक्ष प्राधिकार के अनुमोदन के बाद प्रदेश के अन्य कई जिलों में प्रखंडों के साथ ही जिले के नावानगर स्थित केंद्रीयकृत रसोईघर को अवधि विस्तार नहीं दिये जाने का निर्णय लिया गया है. निर्देश के आलोक में केंद्रीयकृत रसोईघर से दिनांक 31 जुलाई 2025 से मध्याह्न भोजन की आपूर्ति नहीं की जायेगी. थर्ड पार्टी मूल्यांकन के आधार पर केंद्रीयकृत रसोईघर के अवधि विस्तार पर सक्षम प्राधिकार के निर्णय होने की प्रत्याशा में संस्थाओं के द्वारा मध्याह्न भोजन की आपूर्ति की गयी है. अतः दिनांक 01 अप्रैल 2025 से 30 जून 2025 तक की अवधि तक का भुगतान पूर्व की भांति संबंधित जिला कार्यालय मध्याह्न भोजन योजना से किया जायेगा. वहीं विद्यालय शिक्षा समिति के द्वारा मध्याह्न भोजन के संचालन हेतु आवश्यक व्यवस्था करने तक 30 जून 2025 के बाद भी दिनांक 01 जुलाई 2025 से 31 जुलाई 2025 तक मध्याह्न भोजन की आपूर्ति उपरोक्त संस्थाओं के केंद्रीयकृत रसोईघर के माध्यम से ही की जायेगी ताकि मध्याह्न भोजन का संचालन निर्वाध रूप से हो सके. 31 जुलाई 2025 के उपरांत अवशेष चावल को संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक व प्रभारी प्रधानाध्यापक को हस्तगत करा देंगे. एक अगस्त से संबंधित विद्यालयों में मध्याह्न भोजन योजना का संचालन विद्यालय शिक्षा समिति के माध्यम से की जायेगी. निर्धारित अवधि में संस्था का दायित्व होगा कि मानक के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण मध्याह्न भोजन की आपूर्ति पूर्व की भांति विद्यालयों में करेंगे.
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