डुमरांव
. प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों अभी तक मात्र 30 फीसदी हीं धान की रोपनी हो पाई है, इसको लेकर किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें पड़ गई है, किसानों का कहना है कि धीरे-धीरे अधिक समय बीत रहा है, लेकिन पानी और बारिश का साथ नहीं मिलने से किसानों को तंगहाली में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, किसान मोहन तिवारी, आरंजय तिवारी, सुरेंद्र पासवान, राजू भर, अरविंद तिवारी, छोटे पासवान ने बताया कि कोरानसराय-डुमरांव रजवाहा में पानी नहीं है. खेतों में डाले गए धान के बिचड़े खराब हो रहे हैं, इस हालत में अधिकांश किसान खेतों की जुताई करने के बाद धान रोपनी के लिए पानी आने का इंतजार करते थक रहे हैं, वावजूद अभी तक ना तो नहर में पानी है और ना ही झमाझम बारिश का साथ मिल रहा है, लोगों ने बताया कि इस बार की स्थित किसानों को काफी चिंता में डाल दिया है, धान रोपनी नहीं होने से अधिकतर किसानों के खेत खाली पड़े हुए हैं, किसानों ने बताया कि कोरानसराय-डुमरांव रजवाहा से खेती में जुड़े जुड़े किसानों की हालत काफी बेकार हो गई है, मोहन तिवारी ने बताया कि ना तो बारिश का साथ मिल है .और ना पानी का लेयर है, जब कि कृषि से ट्रांसफार्मर लगाया गया है लेकिन इससे किसानों को लाभ नहीं मिल रहा है, 11 हजार वोल्ट से कृषि ट्रांसफर में बिजली नहीं आ रहा है, जिसके कारण किसानों के बीच खेती को लेकर चिंता सता रही है. कृषि समन्यवक राजीव रंजन ने बताया कि इस बार प्रखंड में धान की खेती के लिए लक्ष्य 12650 हैक्टेयर में रखा गया है, जहां अभी तक मात्र 30 फीसदी हीं धान रोपनी का काम हुआ है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है