बक्सर .
जिले में 96790 हेक्टेयर में धान की खेती करने के लिये लक्ष्य निर्धारित है. इसके लिये जिले में कुल 9 हजार 679 हेक्टेयर में धान का बिचड़ा डालने का लक्ष्य भी निर्धारित है. मगर अभी तक मात्र 14.55 फीसद ही धान का बिचड़ा डाला जा सका है. जबकि रोहिणी नक्षत्र 9 जून का समाप्त हो गया. आद्रा नक्षत्र चल रहा है. मगर अभी तक बारिश की स्थिति असंतोषजनक है. कृषि विभाग की मानें तो 2024-25 सत्र में मानसून का प्रारंभ सामान्य वर्षापात से बहुत कम है. जिस कारण धान का बिचड़ा डालने में किसानों को बोरिंग का सहारा लेना पड़ रहा है. नहरों में पानी नहीं है. जबकि रोहिणी नक्षत्र से खेतों में धान का बिचड़ा डालने का सिलसिला प्रारंभ हो जाता है जो आद्रा नक्षत्र तक चलता है. बक्सर जिले में अभी तक महज़ 14.44 प्रतिशत किसान ही रोहिणी नक्षत्र में बिचड़ा डालने में कामयाब हुए हैं. किसानों को उम्मीद है कि आद्रा नक्षत्र में नहरों में पानी आ जायेगा. जिससे धान का बिचड़ा डाला जा सकेगा. जिले के किसानों ने बीज डालने की तैयारी शुरू कर दी है. पंपिंगसेट चलाकर धान का बिचड़ा डाला जा रहा है. कृषि विभाग की माने तो कुल 1455 हेक्टेयर में धान का बिचड़ा अभी तक डाला गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है