बक्सर. बक्सर जिले में 96790 हजार हेक्टेयर में धान की खेती की जायेगी. इसके लिए धान का बिचड़ा डालने के लिए कृषि विभाग ने 9679 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित किया है. बता दें कि रोहिणी नक्षत्र प्रारंभ है मगर अब तक बारिश की स्थिति असंतोषजनक है. जिस कारण धान का बिचड़ा डालने में किसानों को बोरिंग का सहारा लेना पड़ रहा है. नहरों में पानी नहीं है. जबकि रोहिणी नक्षत्र से खेतों में धान का बिचड़ा डालने का सिलसिला प्रारंभ हो जाता है जो आद्रा नक्षत्र तक चलता है. बक्सर जिले में अभी तक महज 10 प्रतिशत किसान ही रोहिणी नक्षत्र में बिचड़ा डालने में कामयाब हुए हैं. जबकि रोहिणी नक्षत्र का आगमन 25 मई को प्रारंभ हो चुका है और यह 9 जून तक रहेगा. इस बार मानसून समय से आने की संभावना है फिर भी किसानों को उम्मीद है कि आद्रा नक्षत्र में नहरों में पानी आ जायेगा. जिससे धान का बिचड़ा डाला जा सकेगा. जिले के किसानों ने बीज डालने की तैयारी शुरू कर दी है. पंपिंग सेट चलाकर धान का बिचड़ा डाला जा रहा है. अनुदान पर बांटा जा रहा है किसानों के बीच 655 क्विंटल धान का बीज : कृषि विभाग ने किसानों को प्रोत्साहित करने और बोआई के लिए उच्च गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध कराने हेतु 655 क्विंटल धान बीज वितरण का लक्ष्य भी निर्धारित किया है. इस संबंध में जिला कृषि पदाधिकारी अविनाश शंकर राय ने बताया कि सरकार के द्वारा अनुदानित दर पर बीज वितरण शुरू कर दिया गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है