बक्सर
. शिक्षा विभाग बक्सर ,बिहार सरकार और भारत सरकार की संयुक्त प्रयास से जिला के वर्ग 6 से वर्ग 12 के विद्यार्थियों के बीच नई सोच, नई शक्ति, नए विचार, इनोवेटिव आईडियाज को लेकर इंस्पायर अवार्ड मानक भारत में आगे बढ़ाने की योजना विद्यमान है. भारत सरकार की ईएमआईएएस ऑनलाइन पोर्टल पर विगत 15 जून 2025 से एक यू-डाइस कोड 5-5 इनोवेटिव आईडियाज को चिन्हित पोर्टल पर अपलोड कर रहे हैं. जिला बक्सर अभी धीमी गति से आगे बढ़ रहा है. जिला प्रशासन बक्सर और शिक्षा विभाग इस संख्या को इस बार दोगुना करने के लक्ष्य पर तीव्र गति से कार्य कर रहा है. शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा मोहम्मद शारिक अशरफ ने इसके ऑनलाइन प्रचार प्रचार के लिए एक दिशा निर्देश जारी कर चुके हैं. विगत वर्ष ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में कार्य करने का सुखद परिणाम जिला बक्सर राज्य स्तर पर आठवां पायदान पर विद्यमान था. शिक्षकों का एक दल इस कार्य को पंख देने के लिए अनवरत कार्यरत है. जिला बक्सर के विद्यार्थी इसके पूर्व काफी अच्छा करते रहे हैं. इस बार भी शिक्षा विभाग को जिला के विद्यालयों से काफी आशा है. विज्ञान शिक्षक कार्य की प्रति धीमी गति से जिला में आगे बढ़ रहे हैं. भारत सरकार के महत्वाकांक्षी योजना इंस्पायर अवॉर्ड मानक में डुमरांव के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान से इन्नोवेटिव चैंपियन 60 शिक्षक है. पुणे में प्रशिक्षण प्राप्त विज्ञान शिक्षक पांच शिक्षक हैं जो अपनी अपने विद्यालयों के इंस्पायर अवार्ड मानक में विचार अपलोड करने में असफल साबित हो रहे हैं. भारत सरकार विज्ञान शिक्षकों की प्रशिक्षण पर विशेष खर्च और ध्यान रखती है. जागरूकता कार्यक्रम की बावजूद शिक्षक अपनी-अपने विद्यार्थियों में कार्य के प्रति सजग नहीं है.इस वर्ष वर्ग 11 और वर्ग 12 के विद्यार्थियों को भी अपने नए विचार को विद्यालय प्रशासन को साझा करने का सुअवसर प्राप्त हुआ है. उच्च माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थी इस निर्णय से काफी खुश दिखे, विद्यार्थियों ने इसके लिए शिक्षा विभाग का आभार भी व्यक्त किया. शिक्षक डॉ मनीष कुमार शशि ने बताया कि शिक्षा विभाग अपने विद्यार्थियों के विकास पर कार्य कर रहा है. अपने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर विभिन्न तरह की योजनाओं को विद्यालयों तक पहुंचने में मेहनत हो रहा है. शिक्षा विभाग से यू-डाइस कोड प्राप्त एक विद्यालय पांच इन्नोवेटिव आईडियाज नवाचार विचार को चिन्हित पोर्टल पर समय पूर्व अपलोड कर सकते हैं. संभाग प्रभारी सुरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि शिक्षा विभाग विद्यार्थियों के नई सोच को केंद्र स्तर पर भेजने के लिए प्रयासरत है. इसके पूर्व वर्ष में 69 बच्चों को प्रोत्साहन राशि के रूप में 10 हजार रूपये प्रति बच्चा प्राप्त हो चुका है. इस बार भी इस योजना में दोगुना बच्चों को शामिल कराने की लक्ष्य रखा गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है