चौसा (बक्सर) .
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सीमा हुए एक ड्रोन हमले में घायल हुए चौसा नगर पंचायत के नरबतपुर निवासी सेना के जवान सुनील कुमार सिंह शहीद हो गये. शुक्रवार की दोपहर उधमपुर स्थित सेना अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली. शहीद जवान का पार्थिव शरीर शनिवार की देर शाम तक उनके पैतृक गांव नरबतपुर लाया जायेगा, जहां सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा. सुनील सिंह ऑपरेशन सिंदूर के तहत जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में तैनात थे. 9 मई की रात पाकिस्तानी ड्रोन हमले में वे गंभीर रूप से घायल हो गये थे. उन्हें 15 मई को एयरलिफ्ट कर उधमपुर सेना अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां 27 दिनों तक मौत से जूझने के बाद शुक्रवार की दोपहर वे शहीद हो गये. 2002 में भारतीय सेना की इएमइ (इलेक्ट्रॉनिक्स और मैकेनिकल इंजीनियर्स कोर) इकाई में शामिल हुए सुनील कुमार सिंह को 2023 में हवलदार के पद पर पदोन्नति मिली थी. शहीद सुनील सिंह के परिवार में उनके पिता जनार्दन सिंह, मां रिटायर्ड प्रधानाध्यापक पावढारी देवी, पत्नी और दो बेटे सौरभ (15 वर्ष) और कृषु (8 वर्ष) हैं. तीन भाइयों में सबसे बड़े सुनील के छोटे भाई अनिल खेती करते हैं, जबकि सबसे छोटा भाई चंदन भी सेना में सेवारत है और उस समय वे भी राजौरी में तैनात थे. जाबांज सुनील के शहीद होने की खबर फैलते ही पूरे गांव व क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है