बक्सर. शहर को साफ-सुथरा करने के नाम पर लाखों रुपये खर्च कर कई जगहों पर यूरिनल का निर्माण कराया गया है. उन्हीं में से नगर थाना चौराहा के पास स्थित यातायात पुलिस पोस्ट से सटे मेन रोड पर भी यूरिनल बना है.
लेकिन, उसे आधा-अधूरा छोड़ दिया गया. ऊपर से ट्रैफिक ट्रॉली से उसका दरवाजा भी ढंक दिया गया है, ताकि लोग उसका उपयोग न कर सकें. ऐसे में वहां बने तीन यूरिनल अनुपयोगी हो गये हैं. जाहिर है कि राशि खर्च करने की होड़ में नगर परिषद द्वारा बगैर सोचे-समझे इस तरह की कई योजनाओं को स्वीकृति दे दी जाती है. निर्माण पर भारी-भरकम राशि भी खर्च कर दी जाती है, पर बाद में वह केवल दिखावा बनकर रह जाते हैं. बताया जाता है कि जिस जगह पर यूरिनल का निर्माण कराया गया है उसी के पास पहले से एक सरकारी हैंडपंप भी है, जहां लोग अपनी प्यास बुझाते हैं. यूरिनल के निर्माण होने से लोग हैंडपंप पर पानी पीने से कतराने लगे थे.छह जगहों पर बने हैं यूरिनल
नगर परिषद के सौजन्य से नगर के छह जगहों पर यूरिनल का निर्माण कराया गया है, जिस पर तकरीबन 10 लाख रुपये खर्च किये गये हैं. अन्य जगहों पर बने यूरिनलों की हालत भी कमोबेश यही है. स्वच्छता अभियान के तहत इससे पहले चलंत शौचालय की व्यवस्था भी की गयी थी. परंतु वह भी दिखावा बनकर रह गये थे. नतीजा यह हुआ कि कुछ दिनों बाद वे भी अपने जगह से गायब हो गये और उसपर खर्च पैसा बर्बाद हो गये. चरित्रवन निवासी अशोक सिंह का कहना है कि बगैर कोई माकूल प्लानिंग नगर परिषद के इस तरह के कारनामे जगजाहिर है, ताकि जनता के टैक्स के पैसे को बंदरबांट कर खुद की झोली भरी जाये. इधर, ट्रैफिक डीएसपी संतोष सिंह ने कहा कि यातायात ट्रॉली से यूरिनल के दरवाजे को ढंककर बंद करना गलत है. इससे ट्रैफिक पुलिस को कोई लेना-देना नहीं है. ट्रैफिक ट्रॉली यातायात प्रबंधन के लिए रखी गयी है, न की दूसरे उपयोग के लिए. ऐसे में कोई दूसरा व्यक्ति ट्रैफिक ट्रॉली से यूरिनल का दरवाजा बंद कर दिया होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है