केसठ. प्रखंड के केसठ सोनवर्षा मार्ग पर स्थित डिहरा पोखरा शिव मंदिर के परिसर में नव निर्मित मंदिर में सूर्य देव के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर यज्ञ चल रहा है. जहां अहले सुबह से ही महिला व पुरुष पुजा अर्चना करने को जूट रहे हैं. वहीं श्रीमद्भागवत कथा के दौरान सोमवार को शैलेश बापू जी महाराज ने कहा कि भगवान सच्चे प्रेम, भाव व श्रद्धा के भूखे होते हैं. प्रेम ही जीवन का सार है, बाकी सब बेकार है. प्रेम आत्मा से परमात्मा को जोड़ता है. प्रेम के कारण भगवान वापस लौट आते हैं. भगवान ने बिना भाव के छप्पन प्रकार के दुर्योधन के व्यंजन को अस्वीकार कर दिया. वही भक्त विदुर के घर निश्चल भाव के कारण केले के छिलके का भोग लगाकर विदुर की पत्नी सुलभा को कृतार्थ किए. इसी चरित्र के माध्यम से महाराज जी ने भक्ति पथ में प्रेम के भाव को विस्तार से चर्चा की. वही संकीर्तन से पुरा वातावरण भक्तिमय हो गया है. कथा में स्थानीय गांव समेत आसपास के गांवों के सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु व भक्त शामिल हो रहे हैं.
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