डुमरांव. अनुमंडलीय अस्पताल का हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. इस दौरान अनुमंडलीय अस्पताल का लापरवाही एक बार फिर सामने आई है. शनिवार को करीब आधा दर्जन स्कूली छात्राएं अचानक बीमार व बेहोशी की हालत में अस्पताल लाई गईं, मौके पर महज एक डॉक्टर डॉ. बिरेंद्र राम ही ड्यूटी पर तैनात रहे और उन्होंने अकेले ही छात्राओं का इलाज कर स्थिति को संभाला. वहीं अन्य चिकित्सकों की ड्यूटी से गायब रहने के कारण इलाज करने में परेशानी हुई, जिससे अस्पताल की व्यवस्था पर कई सवाल उठ रहा है. इस घटनाक्रम पर शत्रु का अपनाते हुए अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. गिरीश कुमार सिंह ने अस्पताल में ड्यूटी से गायब दो चिकित्सकों डॉ. सतीश कुमार व डॉ. लोकेश कुमार से स्पष्टीकरण की मांग की है. उपाधीक्षक के इस कार्रवाई से मचा हड़कंप उन्होंने कार्रवाई करते हुए दोनों चिकित्सकों पर पत्रांक 374 और 375 के माध्यम से उपाधीक्षक ने दोनों चिकित्सकों को 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण का जवाब देने का निर्देश दिया है. डॉ. सतीश कुमार को भेजे पत्र में कहा कि उन्होंने शनिवार को अपनी ड्यूटी समय से पहले, बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था किए, बीच में ही छोड़ कर भाग गए, जिससे अस्पताल में आए मरीजों को गंभीर रूप से कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. इसके बाद दूसरे डॉ. लोकेश कुमार की गैरमौजूदगी पर डीएस ने पत्र पर टिप्पणी करते हुए कहा कि रोस्टर के अनुसार शनिवार को उनकी ड्यूटी ओपीडी में थी, लेकिन वे बिना कोई सूचना गायब पाए गए. यह न केवल ड्यूटी के प्रति गंभीर लापरवाही है, बल्कि मरीजों की जान से खेलने जैसे कुकृत्य है. उपाधीक्षक ने शख्त रूप अपनाते हुए कहा कि क्यों न ऐसे अनुशासनहीनता को लेकर उच्चाधिकारियों को कार्रवाई करने के लिए सूचित किया जाए. इस तरह की लापरवाही नहीं की जाएगी बर्दाश्त: डीएस इस घटना ने न केवल अस्पताल अस्पताल के रवैया पर सवाल खड़ा किया है, बल्कि यह भी साफ तौर पर दिख रहा है कि विशेष परिस्थितियों से निपटने के लिए अस्पताल की तैयारियां कितनी मजबूत हैं. यदि शनिवार को एक डॉक्टर बिरेंद्र राम भी नहीं होते, तो स्थिति और भयंकर हो सकती थी. अनुमंडल इलाके के स्थानीय लोगों ने भी अस्पताल लेक्चर व्यवस्थाएं और लापरवाह चिकित्सकों पर अविलंब कार्रवाई करने की मांग की है. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए ड्यूटी में लापरवाही बरतने वालों चिकित्सकों पर ठोस कार्रवाई करने की बात उपाधीक्षक के द्वारा कही गई, ताकि आगे इस तरह की घटनाएं फिर ना पाएं. डीएस डॉ गिरीश कुमार सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य व्यवस्था में इस तरह से लापरवाही करने वाले किसी भी स्वास्थ्यकर्मी को नहीं बख्शेंगे. क्या कहते है उपाधीक्षक दो चिकित्सकों की घोर लापरवाही शनिवार को सामने आई है दोनों चिकित्सक से स्पष्टीकरण मांगा गया है. अगर संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो आगे विभाग के वरीय पदाधिकारी से कारवाई की अनुशंसा की जायेगी, ताकि दोबारा फिर से ऐसा गलती न हो सके. डॉ गिरीश कुमार सिंह, उपाधीक्षक, अनुमंडल अस्पताल, डुमरांव
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