राजपुर .
थाना क्षेत्र के खरगपुरा गांव में शुक्रवार की देर रात चोरों ने एक घर में घुसकर चोरी का प्रयास किया. तब तक ग्रामीणों ने खदेड़ लिया. जिससे चोरी की बड़ी घटना टल गयी. घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार गांव में ही एक कोचिंग सेंटर के बगल में लालजी साह, अरविंद साह, अविनाश साह सहित कई लोगों का घर एक दूसरे से सटा हुआ हैं.कोचिंग सेंटर में प्रवेश कर चोर जैसे ही एक चोर छत पर चढ़ा उसी समय अचानक घर वाले की नींद खुल गयी.घरवाले को देख चोर भागने लगा. घरवाले अपने गांव के व्यक्ति समझ कर जब आवाज लगाया तो वह और जोर से भागने लगा. जब व्यक्ति को संदेह हुआ किया कोई चोर है. ग्रामीणों ने जोर-जोर से आवाज लगाना शुरू कर दिया. जिसकी आवाज सुन आसपास के ग्रामीण भी चिल्लाने लगे. जिसे देख आस-पास छिपे सभी चोर भागने लगे.सभी के हाथों में छोटा हथियार भी था.ग्रामीण भय व डर से नजदीक नहीं पहुंच सके. अंधेरा होने से चोर आसानी से भाग निकले.चोरी जैसी बड़ी घटना से ग्रामीण बच गए. खेत की पटवन कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि देर रात्रि लगभग 1:30 बजे दो बाइक पर सवार लगभग छह की संख्या में चोरों ने पूरे गांव का भ्रमण किया. लेकिन किसी को पता नहीं था कि यह चोर हैं.चुपके से यह चोर गांव से पश्चिम किसी सुनसान जगह पर अंधेरे में अपनी बाइक खड़ा कर दबे पांव गांव के नजदीक पहुंच गए.जहां एक घर में प्रवेश करते ही हो हल्ला होने पर भाग खड़े हुए. बगल में ही कोचिंग सेंटर में सीसीटीवी कैमरा तो लगा था. उसमें डीवीआर मौजूद नहीं होने से इसकी घटना इसमें कैद नहीं हो पाई अन्यथा चोरों की आसानी से पहचान हो सकती थी. विगत एक माह पूर्व इसी गांव में विमलेश्वर तिवारी की हुई हत्या के मामले की जांच के लिए पुलिस इस डीवीआर को ले गयी है. जिसे अभी तक लौटाया नहीं गया है. ग्रामीणों ने मांग किया कि शीघ्र ही इस कैमरे के डीवीआर लौटाया जाये. इस संबंध में थाना अध्यक्ष ज्ञान प्रकाश सिंह ने बताया कि इस घटना की सूचना प्राप्त होते ही पुलिस पदाधिकारी की टीम भेज दी गई है. कई बिंदुओं पर जांच कर रहे हैं. कमरे का डीवीआर भी वापस कर दिया जाएगा. इधर ग्रामीण में चर्चा है कि अगर ग्रामीण स्वयं सजग नहीं होते तो चोरी की बड़ी घटना हो सकती थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है