डुमरांव
. प्रखंड क्षेत्र के कृष्णाब्रह्म–टुडीगंज स्टेशन रोड पर नाले का निर्माण अब तक नहीं हो पाने के कारण हर बारिश के बाद सड़क पर भारी जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. यह जलजमाव स्थानीय ग्रामीणों के साथ-साथ राहगीरों के लिए भी गंभीर परेशानी का कारण बन गया है. सड़क से गुजरना तो दूर, पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है. करीब एक किलोमीटर लंबी इस मुख्य सड़क पर अभी तक नाले की व्यवस्था नहीं की गई है. यह वही सड़क है जो एनएच-922 पटना-बक्सर मुख्य मार्ग से कटकर कृष्णाब्रह्म, टुडीगंज सहित दर्जनों गांवों को स्टेशन से जोड़ती है. प्रतिदिन हजारों लोग इसी मार्ग से यात्रा करते हैं. जिसमें स्कूली बच्चे, व्यापारी, किसान और नौकरीपेशा लोग शामिल हैं. बारिश होते ही जल निकासी का कोई साधन न होने के कारण सड़क पर जलजमाव हो जाता है. जिससे आवागमन बाधित हो जाता है और लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. सात निश्चय योजना से वंचित हैं ग्रामीण : जहां राज्य सरकार मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत गली-नाली पक्कीकरण योजना को लागू कर गांवों में जल निकासी की बेहतर व्यवस्था करने का दावा कर रही है, वहीं इस क्षेत्र के ग्रामीण अभी तक इस योजना के लाभ से वंचित हैं. टुडीगंज और कृष्णाब्रह्म जैसे व्यावसायिक रूप से सक्रिय बाजारों को जोड़ने वाली यह सड़क अत्यधिक उपयोग में लाई जाती है, इसके बावजूद अब तक बुनियादी ढांचे की अनदेखी होना प्रशासनिक उदासीनता को दर्शाता है. स्थानीय दुकानदार राजू कुमार यादव और मुकेश कुमार बताते हैं कि हल्की सी बारिश होते ही सड़क पर जलजमाव शुरू हो जाता है, और अगर भारी बारिश हो जाए, तो पानी लंबे समय तक जमा रहता है. इससे सड़क पर बदबू फैल जाती है और स्थानीय लोगों को नारकीय स्थिति का सामना करना पड़ता है. दुकानों में ग्राहकों की संख्या घट जाती है और व्यापार पर भी असर पड़ता है. गांव के बुजुर्ग, महिलाओं और छात्रों को इस समस्या का सबसे अधिक खामियाजा उठाना पड़ता है. वाहन चालकों को गड्ढों और जलजमाव के कारण दुर्घटना का भी खतरा बना रहता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है