गोपालगंज. जिले के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में मरीजों के इलाज में हो रही देरी और औसत वेटिंग टाइम (प्रतीक्षा अवधि) अधिक पाये जाने पर जिला स्वास्थ्य समिति ने सख्ती दिखायी है. सिविल सर्जन सह सदस्य सचिव द्वारा 14 जुलाई से 19 जुलाई 2025 तक का चिकित्सकवार औसत प्रतीक्षा समय का विश्लेषण किया गया, जिसमें कई डॉक्टरों का वेटिंग टाइम अत्यधिक पाया गया. इसके आधार पर कुल 13 डॉक्टरों से स्पष्टीकरण मांगा गया है. सिविल सर्जन वीरेंद्र प्रसाद ने निर्देश जारी कर कहा है कि संबंधित डॉक्टरों को दो दिनों के भीतर अपना जवाब अपने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी या उपाधीक्षक के माध्यम से प्रस्तुत करना होगा. जब तक इनका स्पष्टीकरण प्राप्त नहीं होता, तब तक सभी का वेतन या मानदेय अवरुद्ध रखा जायेगा.
इन डॉक्टरों से किया गया शोकॉज
जिन डॉक्टरों से जवाब मांगा गया है, उनमें रेफरल अस्पताल भोरे के डॉ देवकांत, डॉ अशोक कुमार अकेला, डॉ साजदा तबस्सूम, अनुमंडल अस्पताल हथुआ की डॉ तनु कुमारी, सदर अस्पताल के डॉ सनाउल मुस्तफा अंसारी, डॉ कुंदन सिंह, डॉ आरके आर्या, डॉ पिंकी झा, डॉ सौरभ अग्रवाल, डॉ मो. इजरायल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरौली के डॉ मनोरंजन भारती और फिजियोथेरेपिस्ट रिंकू कुमारी शामिल हैं.
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