गोपालगंज. हरियाणा पुलिस ने गोपालगंज के मीरगंज थाना क्षेत्र से सात करोड़ की साइबर ठगी के आरोपित विशाल सिंह उर्फ विवेक सिंह को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार आरोपित ने एम थ्री एम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के फर्जी मालिक बनकर कंपनी के अधिकारी से 6.96 करोड़ रुपये की ठगी की थी. व्हाट्सएप पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर उसने कंपनी अधिकारी को झांसे में लिया. ये राशि 24 किस्तों में ट्रांसफर करायी गयी थी. गुरुग्राम साइबर थाने में मामला दर्ज होने के बाद हरियाणा पुलिस ने गोपालगंज पहुंचकर मीरगंज पुलिस की मदद से गिरफ्तारी की. साइबर अपराधी की गिरफ्तारी के बाद उसके गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों की तलाश में छापेमारी कर रही है. हरियाणा के साइबर साउथ गुरुग्राम थाना प्रभारी द्वारा साइबर फ्रॉड को लेकर की गयी ऑनलाइन शिकायत के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की. शिकायत में गुरुग्राम सेक्टर-66 निवासी महेश चंद्र उपाध्याय ने बताया कि वे एम थ्री एम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में कार्यरत हैं. 19 मई को उन्हें व्हाट्सएप पर एक संदेश मिला, जिसमें खुद को पंकज बंसल बताने वाले व्यक्ति ने लिखा ””””यह मेरा पर्सनल नंबर है, किसी को मत देना. मैं मीटिंग में हूं, कॉल मत करना.”””” इसके बाद व्हाट्सएप पर उस व्यक्ति ने अलग-अलग बहाने से कई बार पेमेंट करने को कहा. उपाध्याय ने 19 मई से 27 मई के बीच कुल 24 बार में 6,96,02,000 रुपये (छह करोड़ छियानबे लाख दो हजार रुपये) ट्रांसफर कर दिये. बाद में एक अन्य कॉलर ने खुद को पंकज बंसल बताते हुए बात की, जिससे उपाध्याय को संदेह हुआ. उन्होंने दोनों नंबरों की जांच करायी, तब जाकर उन्हें साइबर ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने तुरंत गुरुग्राम पुलिस में शिकायत दर्ज करायी. गुरुग्राम साइबर थाना पुलिस ने जांच शुरू की, तो मैसेज और कॉल का लोकेशन मीरगंज थाना क्षेत्र के खरगी-छाप गांव का पाया गया. इसके बाद शुक्रवार की देर शाम गुरुग्राम पुलिस मीरगंज पहुंची और स्थानीय पुलिस की सहायता से छापेमारी कर आरोपित विशाल सिंह उर्फ विवेक सिंह को गिरफ्तार कर लिया. मीरगंज थाना प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि गुरुग्राम पुलिस द्वारा की गयी जांच में आरोपित की पहचान हुई थी, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर संयुक्त कार्रवाई कर उसे हिरासत में लिया गया और विधिसम्मत प्रक्रिया के बाद गुरुग्राम पुलिस को सौंप दिया गया.छापेमारी के दौरान एक किलोमीटर तक भागा आरोपित
पुलिस ने जब आरोपित के घर पर दबिश देते हुए छापेमारी की, तो आरोपित भागने लगा. पुलिस ने एक किलोमीटर तक उसका पीछा करके गिरफ्तार किया है. पुलिस सूत्रों की माने तो छापेमारी के दौरान पहचान छिपाने के लिए आरोपित ने अपने कपड़े बदन से उतार दिये थे, लेेकिन पुलिस ने उसके मनसूबों को नाकाम कर दिया और गिरफ्तार कर लिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है