गोपालगंज. नेपाल में हो रहे बारिश से गंडक नदी का जल स्तर हर पल घट- बढ़ रहा है. नदी का मिजाज कब बिगड़ जायेगा कहना मुश्किल है. दीपऊ-पकड़ी बांध के पास नदी का कटाव शनिवार को जल संसाधन विभाग को टेंशन दे रहा. यहां कटाव को देखते हुए बाढ़ संघर्षात्मक बल के अध्यक्ष नवल किशोर सिंह, मुख्य अभियंता प्रमोद कुमार के साथ पहुंचकर हो रहे बचाव कार्यों को परखा. इंजीनियरों को हाइअलर्ट मोड में रहकर बचाव कार्य को कराने का आदेश दिया है. दीपऊ- पकड़ी बांध पर नदी का दबाव बरकरार है. अभियंताओं ने बताया कि जिले के सभी तटबंध सुरक्षित है. कहीं कोई खतरा नहीं है. उधर कहना है कि कटाव से भय है कि छरकी व बांध के बीच में करीब दीपऊं गांव के 12-15 घर पर सीधा अटैक होने का खतरा है. बांध अभी सुरक्षित है. खोरमपुर, पडडिया, फतेहपुर , महारानी, घोघराहां, बांसघाट मंसुरिया, मान टेंगराहीं, बसंत छपरा आदि गांव के लोग सहमे हुए है. कटाव को देखते हुए इलाके के लोग भी सहमें हुए है, जबकि वाल्मीकिनगर बराज से शनिवार को सुबह 83900 क्यूसेक तो शाम छह बजे 73400 क्यूसेक डिस्चार्ज दर्ज किया गया. नदी विशंभरपुर में खतरे के निशान से अभी 71 सेमी नीचे रही. शाम चार बजे 79 हजार क्यूसेक जल डुमरिया से पार कर रहा था. नदी के मिजाज से नदी के वेसिन एरिया में रहने वालों की धड़कनें तेज है.
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