सासामुसा. गंडक नदी का जल स्तर लगातार घट-बढ़ रहा है, जिससे अहिरौलीदान से बिशुनपुर तटबंध के भसही गांव में कटाव की समस्या गंभीर हो गयी है. पिछले कुछ दिनों से पुरवा हवा और नदी के जल स्तर में उतार-चढ़ाव के कारण कटाव की गति तेज हो गयी है, जिससे स्थानीय लोग चिंतित हैं. घटना की जानकारी मिलने पर जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता प्रमोद कुमार, अधीक्षण अभियंता दिनेश कुमार और संघात्मक बल के अध्यक्ष नवलकिशोर सिंह ने मौके का निरीक्षण किया. उन्होंने कटाव को रोकने के लिए तत्काल बंबू पाइलिंग करने का आदेश दिया. कार्यपालक अभियंता पवन कुमार के नेतृत्व में विभागीय टीम ने मौके पर बंबू रोल डालकर कटाव को रोकने का कार्य शुरू कर दिया है. अधिकारियों का कहना है कि तटबंध पूरी तरह से सुरक्षित है, लेकिन नदी का रुख पल-पल बदलता रहता है, जिससे दियारा क्षेत्र के लोगों की बेचैनी बढ़ गयी है. शनिवार की शाम को वाल्मीकिनगर बराज से 71,300 क्यूसेक जल डिस्चार्ज दर्ज किया गया था, जबकि विशंभरपुर में नदी खतरे के निशान से एक मीटर नीचे थी. वहीं, टंडसपुर में खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर नीचे जलस्तर था. कार्यपालक अभियंता पवन कुमार, सहायक अभियंता एकता कुमारी, कनीय अभियंता राकेश कुमार झा, शिव कुमार और विभाग की टीम बचाव कार्य में जुटी है. हालांकि, फिलहाल बांध पर कोई खतरा नहीं है, लेकिन विभाग स्थिति पर लगातार निगरानी रखे हुए है. स्थानीय लोग नदी के जल स्तर में उतार-चढ़ाव को लेकर चिंतित हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है