सैमुअल फ्रेडरिक हैनिमैन की जयंती मनाते डॉक्टर बरौली. होमियोपैथ के जनक डाॅ सैमुअल फ्रेडरिक हैनिमैन की 270वीं जयंती श्रद्धापूर्वक मनायी गयी. इस अवसर पर शहर के सभी होमियोपैथिक डॉक्टरकेडी प्रसाद चिकित्सालय पर उपस्थित हुए तथा होमियोपैथिक विधा के जनक सैमुअल फ्रेडरिक हैनिमैन के तैलचित्र पर माल्यार्पण कर दीप जलाते हुए अपनी भावनाएं व्यक्त कीं. कार्यक्रम की अध्यक्षता डाॅ राजेश रंजन ने की. मौके पर डाॅ आरएस प्रसाद ने कहा कि उनका जन्म 1755 में हुआ था और उनके द्वारा 1796 में होमियोपैथ का इजाद किया गया. डाॅ मधुकर कुमार ने कहा कि होमियोपैथ के जनक डॉ हैनीमैन के द्वारा इजाद की गयी इस चिकित्सा पद्धति से आज विश्वभर में करोड़ों लोग लाभान्वित हो रहे हैं. डॉ कृष्णकांत कुमार ने होमियोपैथी चिकित्सा पद्धति के बारे में समाज में फैली भ्रांतियों के बारे बताया. डाॅ धीरज कुमार ने कहा कि भारत में होमियोपैथी चिकित्सा पद्धति महाराणा रणजीत सिंह के समय आयी और उन्होंने ही सबसे पहले इस चिकित्सा पद्धति को अपनाया. डाॅ अशेष दुबे ने कहा कि होमियोपैथ में हर असाध्य बीमारी की दवा है और यह पैथ जड़ से बीमारियों को दूर करता है. मौके पर डाॅ नरेश कुमार, डाॅ मनोज तिवारी, डाॅ शशिकांत कुमार, डाॅ मंजूर आलम, डाॅ मुकेश कुशवाहा, डॉ अभिनीत कुमार, पप्पू कुमार यादव सहित शहर के सभी डॉक्टर मौजूद थे.
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