पंचदेवरी. जिले के भोरे प्रखंड के पड़ौली गांव निवासी संस्कृत के प्रख्यात विद्वान डॉ सरोज कुमार पांडेय को दिल्ली में सम्मानित किया गया है. दुनिया के विभिन्न देशों में देवभाषा संस्कृत के प्रचार-प्रसार में उत्कृष्ट योगदान देने को लेकर उन्हें यह सम्मान प्राप्त हुआ है. केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, दिल्ली के कुलाधिपति प्रो श्रीनिवास वरखेड़ी ने डॉ सरोज को सम्मानित किया है. इस सम्मान से गोपलागंज की धरती एक बार फिर गौरवान्वित हुई है. डॉ सरोज पांडेय काशी में एक संस्कृत शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं. देवभाषा संस्कृत के एक प्रख्यात विद्वान के रूप में इन्होंने कई देशों में अपनी पहचान बनायी है. इंग्लैंड, अमेरिका, ब्राजील, पुर्तगाल समेत कई देशों के लोगों को पिछले आठ वर्षों से संस्कृत संभाषण, आदिकाव्य वाल्मीकि रामायण व शिवपुराण आदि ऑनलाइन पढ़ा रहे हैं. वेदों, पुराणों व महाकाव्यों के अध्ययन के लिए काफी संख्या में अन्य देशों के लोग डॉ सरोज से जुड़कर ऑनलाइन संस्कृत की शिक्षा ले रहे हैं. भारतीय संस्कृति व देवभाषा संस्कृत की महक को विदेशों तक पहुंचा कर डॉ सरोज न सिर्फ अपनी मातृभूमि का मान-सम्मान बढ़ा रहे हैं, बल्कि भारत के गौरवशाली अतीत व ज्ञान परंपरा से दुनिया को अवगत भी करा रहे हैं. गोपालगंज की धरती के इस मूर्धन्य विद्वान को सम्मान प्राप्त होने पर प्रख्यात कवि व गीतकार संजय मिश्र ””संजय””, काशी के प्रख्यात विद्वान व यज्ञाचार्य डॉ पंकज शुक्ल, प्रो डॉ शैलेश त्रिपाठी आदि ने बधाई दी है.
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