गोपालगंज. सांसद सह जद(यू.) राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष डॉ आलोक कुमार सुमन ने संसद सत्र के दौरान सदन के माध्यम से सीएम नीतीश कुमार और स्वास्थ्यमंत्री मंगल पांडेय से मांग करने पर गोपालगंज जिले में 50 बेड का स्वीकृत आयुष अस्पताल जल्द ही बनेगा, इससे मरीजों की सुविधाएं बढ़ेंगी. सदर प्रखंड के तिरबिरवा गांव में भूमि का अधिग्रहण किया गया है.
केंद्र सरकार से मिली स्वीकृति
केंद्र सरकार से इसकी मंजूरी मिल चुकी है. माननीय स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में 50 बेड के एकीकृत आयुष अस्पताल के निर्माण की योजना क्रियान्वित की जा रही है. सांसद डॉ आलोक कुमार सुमन की पहल पर 10 करोड़ 33 लाख 63 हजार की बजट राशि को बढ़ाकर 15 करोड़ किया गया है. आयुष अस्पताल बनाने के लिए राशि स्वीकृत हो चुकी है. सांसद ने बताया कि बिहार में पटना और गोपालगंज में केंद्र सरकार ने 50-50 बेड के आयुष पद्धति वाले अस्पताल खोलने की अनुमति दी है. इसके लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू हो चुका है. आयुष अस्पताल बनने पर मरीजों को एक ही छत के नीचे होम्योपैथिक, आयुर्वेदिक और युनानी पद्धति से इलाज कराने की सुविधा मिलेगी.
तीनों पद्धतियों के डॉक्टर होंगे उपलब्ध
यहां तीनों पद्धतियों के डॉक्टर आसानी से सुलभ होंगे. इसके अलावा, यहां योग की भी जानकारी दी जायेगी. आयुर्वेदिक पद्धति से इलाज कराने वालों के लिए यहां बेड की व्यवस्था की जायेगी. गंभीर रोगियों का छोटा-मोटा ऑपरेशन भी किया जायेगा. इन सभी सुविधाओं की व्यवस्था आयुष अस्पताल में की जायेगी.आयुष पद्धति वाले डॉक्टरों को मिलेगी सहूलियत
आयुष पद्धति के तहत चयनित डॉक्टर फिलहाल आरबीएसके टीम के सदस्य हैं और विद्यालयों में छात्रों का मेडिकल चेकअप कर रहे हैं. कोरोना काल में इन डॉक्टरों को कोविड अस्पतालों में लगाया गया था. अस्पताल बनने के बाद इन डॉक्टरों को तमाम सहूलियतें मिलेंगी. आयुष अस्पताल में आने वाले मरीजों का यही डॉक्टर इलाज करेंगे. इसके अलावा आरबीएसके का कार्य भी तेज होगा, क्योंकि अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है