हथुआ (गोपालगंज). नगर पंचायत के जलेबिया मोड़ पर कचरे के डब्बे में एक नवजात बच्ची मिली, जिसकी सूचना पर 112 के कर्मियों ने अनुमंडलीय अस्पताल में पहुंचाया. नवजात की स्थिति काफी चिंताजनक थी. अस्पताल में तैनात डाक्टर के काफी प्रयास के बाद नवजात की स्थिति में सुधार हुई. हेल्थ मैनेजर आतिफ अंसारी ने अपनी देखरेख में बच्ची का इलाज करवाया. यहां तक कि बच्ची के जन्म लेते ही दरिंदों ने उसे मरने के लिए कचरे के डब्बे में फेंक दिया. नवजात मिलने की सूचना पर आसपास के लोग अपनाने के लिए तैयार हो गये. सूचना पर पहुंची बाल संरक्षण एजेंसी को नवजात सौंप दिया गया. हथुआ अस्पताल प्रबंधक ने बताया कि बच्ची को अपनाने के लिए अस्पताल के एक एएनएम कर्मी तैयार थी. लेकिन, कागजी प्रक्रिया होने के कारण बाल संरक्षण से आये कर्मी विजय कुमार, हथुआ थाने के सब इंस्पेक्टर जुली कुमारी आदि की निगरानी में बच्ची को संरक्षण में भेजा गया.
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