गोपालगंज. विधानसभा आम निर्वाचन 2025 को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां जोर पकड़ने लगी हैं. इसी क्रम में शुक्रवार को समाहरणालय सभागार में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी पवन कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गयी.
बैठक में सभी संबंधित पदाधिकारी रहे मौजूद
बैठक में निर्वाचन प्रक्रिया से जुड़े विभिन्न पदाधिकारी उप निर्वाचन पदाधिकारी, सभी निर्वाची एवं सहायक निर्वाची पदाधिकारी, कार्यपालक पदाधिकारी, भवन निर्माण विभाग व पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे. बैठक का मुख्य उद्देश्य भारत निर्वाचन आयोग के इलेक्शन प्लानर के अनुरूप निर्वाचन पूर्व सभी गतिविधियों की समीक्षा एवं समयबद्ध निष्पादन सुनिश्चित करना था. डीएम ने स्पष्ट कहा कि मतदान केंद्रों के युक्तीकरण, सत्यापन और न्यूनतम आश्वस्त सुविधाओं (एएमएफ) की उपलब्धता हर हाल में तय समय सीमा के भीतर पूरी होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर एएमएफ (एश्योर्ड ऑफ मिनिमम फैसिलिटी) की सुविधा रहेगी.
मतदाता सूची की शुद्धता सर्वोपरि
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि एक स्वस्थ और त्रुटिरहित मतदाता सूची ही निष्पक्ष निर्वाचन प्रक्रिया की नींव होती है. इसके लिए उन्होंने सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों को भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा. मतदाता सूची में नाम जोड़ने, हटाने और संशोधन की प्रक्रिया में पारदर्शिता एवं सक्रियता बरतने पर विशेष जोर दिया गया.
मतदान प्रतिशत बढ़ाने की कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश
जिला पदाधिकारी ने मतदान प्रतिशत को बेहतर बनाने के लिए विशेष अभियान चलाने की बात कही. उन्होंने स्वीप नोडल पदाधिकारी राकेश कुमार चौबे को एक सप्ताह के भीतर मतदाता जागरूकता के लिए विस्तृत स्वीप कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया. साथ ही डीपीएम जीविका, डीपीओ आइसीडीएस और जिला शिक्षा पदाधिकारी को भी इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभाने के निर्देश दिये गये.
संवेदनशील केंद्रों की पहचान व सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी
डीएम ने निर्देश दिया कि सभी विधानसभा क्षेत्रों में सेक्टर पदाधिकारियों का गठन किया जाये, जो अपने-अपने क्षेत्र में संवेदनशील मतदान केंद्रों एवं संवेदनशील पैकेट्स की पहचान करें. इसके अलावा सुरक्षा बलों के लिए आवासन स्थलों की पहचान एवं सत्यापन का कार्य भी शीघ्र पूरा करने को कहा गया. बीएलओ सुपरवाइजर की नियुक्ति करते हुए विधानसभा स्तरीय नियमित समीक्षा बैठकों के आयोजन पर भी बल दिया गया.
कोषांगों का गठन एवं समन्वयात्मक क्रियान्वयन का निर्देश
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी निर्वाची एवं सहायक निर्वाची पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि निर्वाचन प्रक्रिया को व्यवस्थित और सुचारु रूप से संपन्न कराने हेतु तत्काल आवश्यक कोषांगों का गठन किया जाये तथा नियमित आधार पर उनके कार्यों की समीक्षा और निगरानी सुनिश्चित की जाये. उन्होंने कहा कि हर स्तर पर पारदर्शिता, समयबद्धता और निष्पक्षता सुनिश्चित की जाये, ताकि मतदाताओं का भरोसा कायम रहे. बैठक के अंत में जिला निर्वाचन कार्यालय, गोपालगंज की ओर से सभी मतदाताओं से लोकतंत्र के इस महापर्व में सक्रिय भागीदारी निभाने की अपील की गयी. मतदाताओं से आग्रह किया गया कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने में प्रशासन का सहयोग करें. जिले में आगामी चुनाव को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क और सक्रिय है. इस बैठक के माध्यम से यह स्पष्ट हो गया है कि गोपालगंज जिला निर्वाचन कार्यालय, भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन करते हुए एक शांतिपूर्ण, पारदर्शी और समावेशी चुनाव कराने को प्रतिबद्ध है.
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