उचकागांव (गाेपालगंज). प्रखंड मुख्यालय से लगभग पांच सौ मीटर दूर कुचायकोट मुख्य पथ पर उचकागांव प्रखंड जीविका के पुराने कार्यालय को ””दीदी की लाइब्रेरी”” सामुदायिक पुस्तकालय सह करियर विकास केंद्र के रूप में परिवर्तित कर दिया गया है, जिसमें अध्ययन करने के लिए 12 सौ से अधिक छात्रों का अबतक नि:शुल्क नामांकन किया जा चुका है. इसमें प्रतिदिन 50 से अधिक छात्र पहुंचकर दीदी की लाइब्रेरी में बैठकर पुस्तकों एवं अनलिमिटेड हाइ स्पीड इंटरनेट का उपयोग कर पढ़ाई कर रहे हैं और दीदी की लाइब्रेरी का नि:शुल्क लाभ ले रहे हैं. इस संबंध में जीविका के बीपीएम नलिन रंजन ने बताया कि उचकागांव प्रखंड मुख्यालय एवं आसपास के हाइस्कूल, इंटर, स्नातक एवं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए दीदी की लाइब्रेरी एक बेहतर विकल्प है. यहां पर पढ़ने आने के लिए जीविका दीदी के माध्यम से 12 सौ से अधिक छात्रों का नि: शुल्क नामांकन किया जा चुका है. वहीं, प्रतिदिन 50 से 60 छात्र अध्ययन करने के लिए आते रहते हैं. उन्होंने बताया कि शनिवार के दिन दीदी की लाइब्रेरी में बिहार दिवस पर साप्ताहिक वेबिनार शृंखला का भी शुभारंभ किया गया है. प्रत्येक सप्ताह प्रतिष्ठित विशेषज्ञों के माध्यम से मार्गदर्शन दिया जायेगा, जिससे ग्रामीण युवाओं को शिक्षा, रोजगार व उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी. शनिवार को पहले दिन ग्रामीण विकास विभाग भारत सरकार के पूर्व सचिव अमरजीत सिन्हा दीदी की लाइब्रेरी में पहुंचे छात्रों को लाइब्रेरी में लगे एलसीडी व इंटरनेट के माध्यम से मार्गदर्शन दिया व छात्रों को रोजगार परक आ रही नयी-नयी तकनीक सीखते रहने के लिए प्रेरित किया. इस दौरान उपस्थित छात्रों ने उनसे कई प्रश्न पूछकर अपनी शंका को दूर किया.
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