गोपालगंज. गोपालगंज से पटना को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-531 की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है. हाल ही में हुई बारिश के बाद नगर क्षेत्र के तुरकहां नहर के पास फ्लाइओवर की सड़क करीब 15 से 20 फुट तक धंस गयी है. इस धंसी हुई सड़क के कारण अब बड़े वाहनों की दुर्घटना का खतरा और भी ज्यादा बढ़ गया है.
बारिश के बाद स्थिति और भी हुई गंभीर
स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क की यह हालत पिछले कुछ समय से खराब होती जा रही थी, लेकिन बारिश के बाद स्थिति और भी गंभीर हो गयी है. वहीं, फतहा की ओर जाने वाली लिंक रोड भी बारिश के चलते टूट गयी है. चौराव, फतहा और तकिया याकूब इलाके की सड़कों के क्षतिग्रस्त होने से स्थानीय लोग बेहद नाराज हैं. इन इलाकों में हर दिन छोटी गाड़ियां दुर्घटनाग्रस्त हो रही हैं, जिससे लोगों में भारी आक्रोश है.
हाल के दिनों में हो चुकी हैं कई दुर्घटनाएं
एनएच-531 पर हाल के दिनों में लगातार सड़क हादसे हो रहे हैं. अब तक हुई 14 दुर्घटनाओं में 10 लोगों की जान जा चुकी है. इसके बावजूद सड़क की मरम्मत को लेकर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है. स्थानीय लोगों का कहना है कि थावे के पास टोल प्लाजा से सभी वाहनों से नियमित रूप से टोल टैक्स वसूला जा रहा है, लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) टूटी और धंसी हुई सड़कों की मरम्मत को लेकर लापरवाह बना हुआ है. टोल टैक्स देने के बावजूद जब सड़कों की हालत सुधरती नहीं दिखती, तो लोगों का गुस्सा स्वाभाविक है. लोगों ने प्रशासन और संबंधित एजेंसियों से मांग की है कि जल्द से जल्द सड़क की मरम्मत करायी जाये, ताकि दुर्घटनाओं पर रोक लगाई जा सके और आम जनजीवन सुरक्षित रह सके.
शिकायत के बाद भी नहीं हुई मरम्मत
गोपालगंज से बेतिया तक जानेवाली सड़क भी धंस गयी है. जादोपुर थाने के रामपुर टेंगराही के पास गंडक नदी के छोटी पुल के समीप चार से पांच फुट तक सड़क धंस गयी है. सड़क धंस जाने के कारण गाड़ियों गी दुर्घटना होने का खतरा बना हुआ है. आसपास के ग्रामीणों का कहना है कि इसकी शिकायत कई बार जिला प्रशासन और सड़क निर्माण एजेंसी से की गयी, लेकिन मरम्मत करने का काम नहीं किया गया.
डीएम ने एनएचएआइ को दिये निर्देश
बारिश के बाद सड़क पर रेनकट और धंस जाने की सूचना मिलने पर डीएम प्रशांत कुमार सीएच ने गंभीरता से लिया है. डीएम ने एनएचएआइ के परियोजना प्रबंधक को तत्काल सड़क की मरम्मत कराने के निर्देश दिये हैं. डीएम की सख्ती के बाद उम्मीद जतायी जा रही है कि एनएच-531 की धंसी हुई सड़क की मरम्मत जल्द हो सकती है.
एनएच पर ज्यादातर हो रहीं मौतें
सड़कों की हालत खराब होने पर एनएच पर दुर्घटना की संख्या बढ़ गयी है. सड़क हादसे में ज्यादातर लोगों की मौत एनएच हो रही है. परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार एनएच-27 पर 2024 में 90 दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें 89 लोगों की मौत हुई. इसके बाद एनएच-531 पर 14 हादसों में 10 लोगों की मौतें हुई हैं. वहीं, एसएच पर 13 मौतें हुईं. दुर्घटनाओं की वजह गड्ढा होना, संकेतक का नहीं होना और एनएच की बनावट अच्छी तरह नहीं होना है.
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