भोरे. रविवार की सुबह भोरे प्रखंड में मौसम का कहर कुछ इस कदर टूटा कि जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. तेज हवा के साथ आई मूसलधार बारिश और ओलों ने न केवल लोगों की परेशानियां बढ़ा दीं, बल्कि किसानों की उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया. करीब डेढ़ घंटे तक हुई भारी बारिश ने पूरे क्षेत्र को मानो थाम कर रख दिया. प्रखंड की अधिकतर पंचायतों में ये बारिश हुई.
मौसम विभाग ने जारी किया था रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने पहले ही रेड अलर्ट जारी किया था, जिसका असर सुबह से ही देखने को मिला. तेज आंधी के साथ शुरू हुई बारिश ने देखते ही देखते विकराल रूप ले लिया. ओले गिरने से खेतों में लगी फसलें तबाह हो गयीं. गेहूं और सब्जियों की फसल सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है. कई किसानों की मेहनत की कमाई मिट्टी में मिल गयी. किसानों की आंखों में अब केवल चिंता और निराशा के भाव हैं. तेज हवा के कारण गेहूं की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. सबसे ज्यादा प्रभावित भोरे और खदही पंचायत हुई है. बाजार क्षेत्र की स्थिति नारकीय हो गयी है. सड़कों पर पानी भर जाने की समस्या से लोग परेशान हैं. दुकानों में पानी घुस जाने से व्यापारियों को भी भारी नुकसान झेलना पड़ा है.
जलनिकासी व्यवस्था की खुली पोल
भोरे बाजार में जलनिकासी की व्यवस्था पहले से ही खराब है और इस बारिश ने हालात और बिगाड़ दिये हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही की वजह से हर बार बारिश में यही स्थिति उत्पन्न होती है, लेकिन समाधान के नाम पर सिर्फ आश्वासन मिलते हैं. ग्रामीण इलाकों से भी फसलों की तबाही और जन-धन की हानि की खबरें आ रही हैं. प्रशासन की ओर से अभी तक कोई ठोस राहत या मुआवजे की घोषणा नहीं की गयी है, जिससे किसानों में आक्रोश है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है