गोपालगंज. मौसम का रुख बदल गया. पुरवा हवा ने गर्मी के तेवर को ढीला कर दिया. सुबह से रुक-रुक कर कई बार बारिश हुई. इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली.
बारिश से किसानों में हर्ष
बारिश से किसानों को भी राहत मिली है. गन्ने की फसल के लिए सोना बरसा है, जबकि अब खेतों की जुताई भी शुरू हो जायेगी. रविवार से ही बादलों की घेराबंदी जारी थी. सुबह सात बजे शहर के साथ कई इलाके में बारिश हुई. दिन में चार-पांच बार रुक-रुक कर हल्की बारिश हुई, जिससे गर्मी से राहत मिली. मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय ने बताया कि पुरवा हवा के बंगाल के खाड़ी में सक्रिय होने के बीच पश्चिमी विक्षोभ के पहुंचते ही बारिश हुई है. अब तक मई में 43 डिग्री तक पहुंच चुके पारा को लोगों ने झेला है. बारिश ने राहत दी.
अधिकतम तापमान 33.7 डिग्री हुआ दर्ज
बारिश के कारण अधिकतम तापमान में 5.5 डिग्री की कमी आ गयी है. सोमवार को अधिकतम तापमान 33.7 डिग्री दर्ज किया गया. जबकि रात का पारा 25.2 डिग्री पर रहा. पुरवा हवा 16.2 किमी की रफ्तार से चलती रही. आर्द्रता बढ़कर 85% पर रही. बारिश के बाद भी लोग उमस से परेशान रहे.
अभी एक सप्ताह तक राहत के बने आसार
मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय ने कहा कि गोपालगंज समेत उत्तर बिहार व पूर्वी उत्तर प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय रहने के कारण बुधवार को भी बारिश के आसार है. वैसे तो अगले एक सप्ताह तक रुक-रुक कर बारिश के आसार बने हैं. पुरवा हवा 20 से 25 किमी की रफ्तार से चलेगी. इस दौरान पारा भी 35 डिग्री के ऊपर नहीं जायेगा.हल्की बारिश में नरक में बदल गया शहर
शहर में महज पांच एमएम हुई बारिश ने सफाई इंतजाम की पोल खोल कर रख दी. शहर के गली- मुहल्लों की बात कौन करे. प्रमुख सड़क पर लोगों को नरक का एहसास होने लगा, जहां लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा. नालियों का कचरा को निकाल कर सड़क पर छोड़ दिया गया है, जिसे वाहनों के चक्के कचरा को रौंद कर सड़क पर नरक जैसे हालात बना दिये. बंजारी रोड हो या थावे रोड, जहां नजर पड़ेगा, वहीं नरक का एहसास होगा. नतीजा है कि अपने शहर में लोगों को प्रदूषण का शिकार बनना पड़ रहा है. नालियों से कचरा निकलने के साथ ही कचरे को ठिकाना लगा देने का प्रावधान भी है. लेकिन नगर परिषद में सफाई का सिस्टम नकारा हो गया है. इसका खामियाजा शहर के लोगों को भुगतना पड़ रहा है.नालियां फुल, सड़कों पर बह रहा पानी
शहर में जादोपुर रोड में जिला परिषद के आगे से केनरा बैंक तक नाले का पानी सड़क पर जमा हो जा रहा है. कॉलोनियों तथा मुख्य मार्गों पर नालियों की नियमित सफाई नहीं होने के कारण पानी व कीचड़ से पटी नालियों से निकल कर पानी सड़क पर बहता रहता है. ऐसे में राहगीरों को गंदे पानी के बीच से निकलना पड़ता है. इससे एक ओर से लोग परेशान होते हैं.
अभियान चला कर हो रही सफाई : इओ
नगर परिषद के इओ राहुल धर दुबे से संपर्क किया गया, तो उन्होंने बताया कि शहर में जहां भी सड़क पर जलजमाव हो रहा, उसका आकलन कर मेगा अभियान चलाकर नालों की सफाई की तैयारी की गयी. कहीं भी पानी नहीं लगे, इसका ख्याल रखा जा रहा है.
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