गोपालगंज. डीएम प्रशांत कुमार सीएच के निरीक्षण में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मियों की लापरवाही सामने आयी. अधिकारी से लेकर कर्मी तक अपने कार्य पर लापरवाह पाये गये.
बहुत सारे बच्चे टीकाकरण से पाये गये वंचित
डीएम कुचायकोट प्रखंड के सिपाया मलाही टोला महादलित बस्ती में बुधवार को राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार की जनकल्याणकारी योजना राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान का औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे. निरीक्षण के क्रम में डीएम द्वारा राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान की जांच में पाया गया कि बहुत सारे बच्चे किसी न किसी टीके से अब भी वंचित हैं. जांच में एसएमओडब्ल्यूएचओ के द्वारा दी गयी सभी रिपोर्ट को सही पायी गयी. इस क्रम में डीएम द्वारा दुर्गेश महतो के बेटे कालू कुमार, संजना, धनंजय कुमार , दीपक साहनी की बेटी धनु कुमारी व आशिक कुमार समेत अन्य बच्चों के मातृ एवं बाल सुरक्षा कार्ड का स्वयं अवलोकन किया और उन्हें टीकाकरण से वंचित पाया. इस पर डीएम द्वारा वहां उपस्थित एमओआइसी डॉ. श्यामसुंदर कुमार, बीसीएम सूर्यकांत कुमार और बीएचएम जितेंद्र सिंह यादव को कड़ी फटकार लगाते हुए एमओआइसी और बीसीएम को स्वयं उपस्थित रहकर अपनी देखरेख में छूटे हुए बच्चों का सभी प्रकार के टीकाकरण का निर्देश दिया गया.
आंगनबाड़ी केंद्र पर जांच में गायब मिलीं सेविका, होगी कार्रवाई
डीएम के निरीक्षण में सिपाया मलाही टोला में आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 342 सलेहपुर की सेविका इंद्रावती देवी अनुपस्थित पायी गयीं. उनके पति द्वारा बताया गया कि वह कुचायकोट बैठक के लिए गयी हैं. इस पर डीएम द्वारा आइसीडीएस के डीपीएम के माध्यम से जांच करायी गयी, जहां बैठक में वह अनुपस्थित पायी गयीं. इस पर डीएम द्वारा उनके खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया गया. वहां आशा का अभी तक चयन नहीं होने पर डीएम द्वारा कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की गयी. निरीक्षण के क्रम में डब्लूएचओ के एसएमओ डॉ. अमजद अली मौजूद रहे.
ग्रामीणों ने राशन कार्ड से लेकर रास्ते तक की समस्याएं बतायीं
डीएम द्वारा मलाही टोला से ग्रामीणों से उनकी समस्याओं की जानकारी भी ली गयी. ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि वहां आने के लिए रास्ता नहीं है. ग्रामीणों ने मांग की कि मुख्य मार्ग सड़क से वार्ड नंबर 7 भगराशन के घर तक रास्ता बनवाया जाये. वार्ड नंबर 7 के धीरज कुमार साहनी द्वारा नल जल खराब रहने की शिकायत की गयी, जिस पर डीएम द्वारा ठीक कराने का आश्वासन दिया गया.
एपीएचसी में ड्रेस में नहीं मिलीं नर्स
डीएम द्वारा अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भोज छापर का भी औचक निरीक्षण किया गया. वहां मात्र स्टाफ नर्स अर्चना कुमारी उपस्थित पायी गयीं. डीएम द्वारा स्टाफ नर्स अर्चना कुमारी का अपनी ड्रेस में नहीं होने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की गयी. डीएम द्वारा स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध दवाइयाें की जानकारी ली गयी. वहां प्रत्येक दिन आने वाले मरीजों की रजिस्टर पंजी जांच की गयी, वहां की साफ सफाई की व्यवस्था बहुत खराब पाए जाने पर डीएम द्वारा कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है