गोपालगंज. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गोपालगंज को बड़ी सौगात देने जा रहे हैं. वे एनएच-27 पर 184 करोड़ रुपये की लागत से बने एलिवेटेड कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे. यह एलिवेटेड रोड शहर के बंजारी मोड़ से हजियापुर तक 2.75 किलोमीटर लंबाई में बनाया गया है.
ऑफिसर कॉलोनी के पास बना विशेष मंच
उद्घाटन के लिए ऑफिसर कॉलोनी के पास विशेष मंच बनाया गया है, जहां सांसद, विधायक, एमएलसी और एनएचएआइ के अधिकारी के अलावा जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहेंगे. जोर-शोर से उद्घाटन समारोह की तैयारी चल रही है. इस एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण से ट्रैफिक जाम की समस्या दूर होगी और गोपालगंज के विकास को नयी गति मिलेगी. गोपालगंज सांसद डॉ आलोक कुमार सुमन ने संसद में इसकी मांग उठायी थी और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी व प्रधानमंत्री से मुलाकात कर इस परियोजना को मंजूरी दिलायी. इसके साथ ही बिहार सरकार के पूर्व मंत्री सुभाष सिंह ने भी इसकी पहल की थी और हजियापुर में धरना देकर स्थानीय लोगों की आवाज बुलंद की थी.
लोगों को मिलेगी बड़ी राहत
करीब दो वर्षों में तैयार हुआ यह एलिवेटेड कॉरिडोर न केवल शहर की खूबसूरती बढ़ा रहा है, बल्कि इसके नीचे दोनों ओर टू लेन सड़क और अंडरपास का निर्माण भी कराया गया है. सड़क की दोनों ओर नाला निर्माण का कार्य भी किया गया है. इस परियोजना के पूरा होने से दियारा क्षेत्र के साथ जगीरी टोला, नवादा, हरिहरपुर, एकडेरवा, काकड़पुर, डोमाहाता, गौसिया, डूमरिया, जादोपुर, विशनपुर, रामपुर टेंगराही समेत चार दर्जन से अधिक गांवों के लोगों को सीधी सुविधा और आवागमन में राहत मिलेगी. यह कॉरिडोर गोपालगंज के यातायात और विकास में मील का पत्थर साबित होगा.
एलिवेटेड कॉरिडोर से जुड़ीं खास बातें
-एनएच 27 पर बंजारी से हजियापुर तक कुल 2.75 किलोमीटर (2750 मीटर) लंबाई में एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण किया गया है.-परियोजना पर कुल 184.9 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं. एनएचएआइ से कार्य की निर्धारित समय-सीमा 31 अगस्त 2024 तय थी.
-एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण कार्य की जिम्मेदारी एएससी इन्फ्रा कंपनी को सौंपी गयी थी, युद्ध स्तर पर निर्माण कार्य शुरू किया गया.-एलिवेटेड कॉरिडोर परियोजना में 2750 मीटर में से 1860 मीटर में फ्लाइओवर, शेष 990 मीटर में सड़क का निर्माण किया गया है.
-गोपालगंज में एनएच-27 पर कॉरिडोर से स्थानीय लोगों को जाम से राहत मिलेगी और नेशनल हाइवे पर वाहनों की रफ्तार बढ़ेगी.-एनएच 27 का फोरलेन निर्माण पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में इस्ट-वेस्ट कॉरिडोर परियोजना के तहत हुआ.
-गोपालगंज में इस परियोजना के तहत गुजरने वाले 55 किलोमीटर लंबे एनएच 27 को फोरलेन में बदला गया, सुविधाएं भी बढ़ गयीं.-निर्माण में बाधाएं आने के कारण परियोजना की गति काफी धीमी रही, जिससे समय-सीमा बार-बार बढ़ी, सांसद ने फिर से पहल की.
-पीसीएल कंपनी ने छह साल तक अधूरा काम करने के बाद निर्माण कार्य छोड़ दिया. दूसरी कंपनी भी निर्माण बीच में 2014 में छोड़ दी.-30 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये एलिवेटेड कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे, सांसद, विधायक व अधिकारी रहेंगे.
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