गोपालगंज. जिले में चमकी बुखार यानी जेइ और एइएस को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. शनिवार को बुखार से पीड़ित दो बच्चों को सदर अस्पताल के पिकू वार्ड में भर्ती कराया गया, जिनमें डायरिया और फीवर की शिकायत थी. अस्पताल में डॉक्टरों की टीम ने बच्चों का तत्काल इलाज शुरू किया.
हालांकि इन बच्चों में जेइ या एइएस की पुष्टि नहीं हुई है. चमकी बुखार और हीट स्ट्रोक के बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने हाइ अलर्ट जारी कर दिया है. सदर अस्पताल के अलावा अनुमंडलीय अस्पताल, सीएचसी, रेफरल और पीएचसी के डॉक्टरों और कर्मचारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है. सिविल सर्जन डॉ बीरेंद्र प्रसाद ने बताया कि गर्मी के मौसम में बच्चों में हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन के मामले बढ़ सकते हैं, इसलिए बच्चों को इस मौसम में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है. स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर और कर्मी जागरूकता अभियान भी चला रहे हैं, ताकि बच्चों और उनके अभिभावकों को चमकी बुखार और हीट स्ट्रोक से बचाव के उपायों के बारे में जानकारी मिल सके.बांटे जा रहे ओआरएस
डायरिया व डिहाइड्रेशन से बचाव के लिए सभी स्वास्थ्य केंद्र, एएनएम, आशा तथा आंगनबाड़ी केंद्रों पर ओआरएस पाउडर मुफ्त में वितरण किया जा रहा है. इन जगहों से ओआरएस पाउडर ले सकते हैं. स्वास्थ्य विभाग ने सभी जगहों पर पर्याप्त संख्या में ओआरएस पाउडर भेजवा दिया है.क्या कहते हैं सीएस
स्वास्थ्य केंद्रों पर जेइ व एइएस को लेकर दवाओं की किट उपलब्ध करा दी गयी है. सभी केंद्रों पर दो-दो बेड का स्पेशल वार्ड बनाया गया है. सदर अस्पताल में 10 बेडों का पिकू वार्ड तैयार है. लोगों से बच्चों को तेज धूप से बचाने की सलाह दी जा रही है. अपने यहां जेइ व एइएस का अबतक एक भी केस नहीं मिला है.डॉ बीरेंद्र प्रसाद, सीएस, गोपालगंज
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