गोपालगंज. जिले में महिला सशक्तीकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित हुआ महिला संवाद कार्यक्रम, जिसका भव्य समापन 17 जून को हुआ. जिले के सभी 14 प्रखंडों के चयनित 1661 ग्राम संगठनों में इस अभियान को जोरदार जनसमर्थन मिला. यह जनजागरण यात्रा 18 अप्रैल की दूसरी पाली से आरंभ हुई थी. इस पूरे अभियान में कुल 2,78,907 महिलाओं की प्रभावशाली भागीदारी दर्ज की गयी, जिनमें से 2,53,640 महिलाएं जीविका से जुड़ी थीं, जबकि 25,267 महिलाएं अन्य सामाजिक संगठनों से थीं. यह मंच महिलाओं की आवाज को नीति-निर्माण के गलियारों तक पहुंचाने का एक ऐतिहासिक अवसर बना. सृष्टि जीविका महिला संकुल संघ, सिधवलिया की अध्यक्ष मनेजा बेगम ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से महिला संवाद समीक्षा बैठक में सीधा संवाद किया. उन्होंने न केवल पेंशन में बढ़ोतरी और पंचायत स्तरीय पुस्तकालयों की जरूरत पर चर्चा की बल्कि ग्रामीण महिलाओं की सशक्त होती भूमिका को रेखांकित करते हुए मुख्यमंत्री को धन्यवाद भी दिया.महिला संवाद के जरिए सामाजिक चेतना और बदलाव की इस क्रांति में भागीदारी निभा रहीं जीविका दीदियों की प्रशंसा की और इसे बिहार के भविष्य के लिए आशाजनक पहल बताया.
सामाजिक सरोकारों पर मुखर हुईं महिलाएं
महिलाएं सिर्फ योजनाओं की बात तक सीमित नहीं रहीं. उन्होंने जलजमाव, सड़कों की दुर्दशा, सामुदायिक भवनों, पुस्तकालयों, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं और स्थानीय रोजगार जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाया.
सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ एकजुटता
जिला परियोजना प्रबंधक प्रियंका गुप्ता ने बताया कि महिला संवाद का मूल उद्देश्य है. गांव-गांव तक सरकारी योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित करना और महिलाओं की आवाज को शासन व्यवस्था से सीधे जोड़ना. उन्होंने कहा कि इस दौरान महिलाएं दहेज प्रथा, बाल विवाह, नशाखोरी और घरेलू हिंसा जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ एकजुट होकर संकल्पबद्ध भी हुईं. जीविका के अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि महिलाओं द्वारा उठाये गये मुद्दों को संबंधित विभागों तक पहुंचाया जायेगा और समाधान में कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी.
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