गोपालगंज. वीआइपी पार्टी के जिला कोषाध्यक्ष व मिठाई कारोबारी सुरेंद्र प्रसाद की बेटी ज्योति की हत्या मामले में पुलिस जांच तेज हो गयी है. महम्मदपुर पुलिस ने मुखिया व उसके परिजनों की गिरफ्तारी के लिए न्यायिक मजिस्ट्रेट अनुराग वर्मा के कोर्ट से वारंट की अपील की है. कोर्ट में कांड के सूचक सुरेंद्र प्रसाद का बयान दर्ज हुआ. वे फफक कर रो पड़े और बताया कि बेटी की शादी में 25 लाख रुपये से अधिक का उपहार दिया गया था. बाद में कार व पांच लाख रुपये की मांग की जाने लगी. असमर्थ होने पर बेटी को प्रताड़ित किया जाने लगा. घटना के दिन घर का सीसीटीवी बंद था. छह जुलाई को एसडीआरएफ की टीम ने सत्तरघाट से एक किलोमीटर दूर गंडक नदी से शव बरामद किया. सुरेंद्र प्रसाद ने दावा किया कि दहेज नहीं देने के कारण बेटी की हत्या कर शव को नदी में फेंक दिया गया.
दहेज के लिए प्लानिंग के तहत की गयी थी हत्या
सुरेंद्र प्रसाद ने अपनी बेटी ज्योति की शादी 20 मई, 2023 को महम्मदपुर थाना क्षेत्र के पकड़ी वार्ड नं एक के रहने वाले मुखिया शंभु सहनी के पुत्र राजू सहनी के साथ की थी. शादी में उन्हाेंने यथाशक्ति भी उपहार स्वरूप दिया था. ज्योति को एक छह माह का पुत्र भी है. मेरी पुत्री अपनी ससुराल में थी. बीच-बीच में कई बार ससुराल के लोगों के द्वारा उसे दहेज में कार की मांग को लेकर प्रताड़ित किया जाता था. दामाद मछली की हेचरी खोलने के लिए पांच लाख रुपये की मांग कर रहे थे. गत चार जुलाई की सुबह 5:30 बजे मेरे समधी शंभु सहनी ने कॉल कर बताया कि आपकी लड़की सुबह अपने कमरे में नहीं है. वह अपने पुत्र को छोड़ कर कहीं चली गयी है. हत्या पूरी प्लानिंग के तहत की गयी थी.
मुखिया के परिवार का सही लोकेशन जुटाने में जुटी पुलिस
ज्योति का शव मिलने के बाद परसौनी के मुखिया शंभू सहनी व उसके परिजनों की तलाश में महम्मदपुर पुलिस जुटी है. मुखिया के परिजनों के लोकेशन की तलाश हो रही. नेपाल में भागने की संभावना पुलिस को है. हालांकि लोगों में आक्रोश इस बात का है कि चार जुलाई से पुलिस से लेकर अपने लोगों से भी बहू ज्योति के घर छोड़कर भाग जाने की बात मुखिया कह कर पुलिस के सामने रहा. जैसे ही उसका शव मिल जाने की बात सामने आयी कि पूरा परिवार भूमिगत हो गया.
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