कटेया. प्रखंड के भेड़िया गांव में मुहर्रम को लेकर ताजिया निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है. कारीगर दिन-रात मेहनत कर ताजिया तैयार कर रहे हैं, जिसमें बांस की खपचिया, महंगे कागज और चमकदार अभ्रक का इस्तेमाल किया जा रहा है. कारीगरों के अनुसार ताजिया निर्माण में हजारों रुपये खर्च होते हैं, लेकिन यह व्यय किसी लाभ के लिए नहीं, बल्कि हजरत इमाम हुसैन के प्रति आस्था और श्रद्धा का प्रतीक है. ताजिया की सुंदरता बढ़ाने के लिए सफेद कागज पर अभ्रक की चमक का उपयोग किया जा रहा है. इस कार्य में गांव के युवाओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. खास बात यह है कि ताजिया निर्माण कार्य कौमी एकता की मिसाल बन गया है, जिसमें हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग मिलकर कार्य कर रहे हैं. स्थानीय ग्रामीण भी सहयोग कर इस कार्य को सफल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. गांव का सामूहिक सहयोग मुहर्रम के इस आयोजन को खास बना रहा है.
थावे में मुहर्रम को लेकर तैयार हुआ आकर्षक मिनी टैंक
थावे. थावे में मुहर्रम पर्व को लेकर चितू टोला के कारीगरों ने दिन-रात मेहनत कर आकर्षक मिनी टैंक तैयार किया है. ग्रामीणों के अनुसार टैंक जुलूस में विशेष आकर्षण रहेगा. मिनी टैंक निर्माण में हजारों रुपये खर्च किये गये हैं. मुहर्रम जुलूस में इस ट्रैक के साथ लाल किला, भारत का प्रतीक चिह्न, इमाम हुसैन का ताजिया समेत कई अन्य आकर्षक झांकियां शामिल होंगी. स्थानीय लोगों का कहना है कि यह आयोजन आस्था और भाईचारे का प्रतीक है, जिसमें सभी वर्गों के लोग सहयोग कर रहे हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है