गोपालगंज
. बैकुंठपुर प्रखंड के बाल विकास परियोजना कार्यालय सभागार में शनिवार को दूसरे दिन भी 22 पंचायतों की आंगनबाड़ी सेविकाओं को एक दिवसीय पुनश्चर्या प्रशिक्षण दिया गया. दूसरे दिन सिरसा मानपुर, खैराआजम, धर्मबारी, कतालपुर, जगदीशपुर, हमीदपुर, चिऊटाहां, बखरी, बंगरा, प्यारेपुर, फैजुल्लाहपुर, गम्हारी, दिघवा दक्षिण व दिघवा उत्तर सहित कुल 14 पंचायतों की सेविकाओं को प्रशिक्षण मिला. पहले दिन बनौरा बंधौली, बांसघाट मंसुरिया, रेवतिथ, परसौनी, उसरी, चमनपुरा और अजबीनगर सहित आठ पंचायतों की आंगनबाड़ी सेविकाओं को पंचायत में कार्यरत पर्यवेक्षिकाओं की मौजूदगी में प्रशिक्षण दिया गया था. सीडीपीओ कुमारी श्वेता ने बताया कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य कार्यों को समय पर पूरा कराना और सरकार की योजनाओं को सही लाभुकों तक पहुंचाना है. इसमें एफआरएस को जून माह के अंत तक 100 प्रतिशत पूरा करना तथा टीएचआर (थर्मल हेल्दी रेशन) वितरण का संचालन एफआरएस के माध्यम से सुनिश्चित करना शामिल है. साथ ही प्रत्येक माह के पहले सप्ताह में बच्चों की लंबाई एवं वजन को पोषण ट्रैकर ऐप में दर्ज करना अनिवार्य है. प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना और मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना को भी लाभुकों तक पहुंचाना प्रशिक्षण का हिस्सा है. प्रशिक्षण में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान प्रदान किया गया. आंगनबाड़ी सेविकाओं को बच्चों को खेल-खेल में पोषण और शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के तरीकों के बारे में जानकारी दी गई. साथ ही बच्चों के विकास में सुधार और समुदाय में जागरूकता बढ़ाने पर भी जोर दिया गया. उमस भरी गर्मी के बावजूद 22 पंचायतों के लिए यह दो-दिवसीय प्रशिक्षण सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ. इस प्रशिक्षण में जिला पिरामिल फाउंडेशन के टीम लीडर मिथिलेश पांडेय और विंध्यवासिनी राय प्रशिक्षक के रूप में मौजूद थे. प्रखंड समन्वयक आशुतोष रंजन की निगरानी में प्रशिक्षण कार्य पूरी किया गया.
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