हथुआ. प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केंद्र पर दीप प्रज्वलित कर केंद्र इंचार्ज राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सुनीता बहन, डाक्टर आशा देवी, फूड मैनेजर सुनीता बहन, टीचर पुष्पा देवी, अर्चना देवी ने मातेश्वरी जगदम्बा सरस्वती जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. सेवा केंद्र इंचार्ज राजयोगनि ब्रह्माकुमारी सुनीता बहन ने बताया कि ब्रह्माकुमारी संस्था की प्रथम मुख्य प्रशासिका मातेश्वरी जगदम्बा जी का जन्म 1919 में अमृतसर में एक सामान्य परिवार में हुआ था. उनके बचपन का नाम ओम राधे था. जब मातेश्वरी जी ओम की ध्वनि का उच्चारण करती थीं, तो पूरे वातावरण में गहन शांति छा जाती थी. इसलिए वे ओम राधे के नाम से लोकप्रिय हुईं. मातेश्वरी जी ने 24 जून, 1965 को अपने नश्वर देह का त्याग करके संपूर्णता को प्रात किया था. इस दिवस को ब्रह्माकुमारी संस्थान के देश- विदेश भाई-बहनें आध्यात्मिक ज्ञान दिवस के रूप में मना रहे हैं. मातेश्वरी जगदंबा जी आधुनिक युग की चैतन्य देवी थी. उन्हें ईश्वरीय ज्ञान, गुण और शक्तियों को धारण करके लोगों को अनुभव कराने का दिव्य वरदान प्राप्त था. उनके दिखाये गये मार्ग पर चलते हुए ब्रह्माकुमारी संस्था विश्व का जो सेवा महान कार्य कर रही है, ये मातेश्वरी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है. मौके पर ब्रह्माकुमार विनोद भाई, टुनटुन भाई, कुमकुम माता, पूनम माता, अनंता बहन, रिंकी बहन, पूजा बहन, निर्जला बहन, कमलावती माता, भोला भाई, आरती माता आदि थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है