पंचदेवरी. बीपीएससी टीआरइ-1 के माध्यम से विद्यालय अध्यापक के पद पर चयनित पूर्व नियोजित शिक्षकों ने सेवा निरंतरता और वेतन संरक्षण की मांग को लेकर आवाज बुलंद की है. इन शिक्षकों ने बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री और अपर मुख्य सचिव को आवेदन भेजकर समस्या के समाधान की मांग की है. विजयीपुर के उत्क्रमित मध्य विद्यालय चौमुखा के शिक्षक फुजैल अहमद और हथुआ के मिडिल स्कूल रैपुरा के शिक्षक चुन्नीलाल राम सहित अन्य शिक्षकों ने बताया कि 2022 से पहले नियोजित रहे शिक्षक जब बीपीएससी परीक्षा पास कर विद्यालय अध्यापक बने, तो उनकी सेवा को निरंतर नहीं माना गया. इससे उन्हें आर्थिक क्षति झेलनी पड़ी है. कई मामलों में उनका मूल वेतन भी पहले से कम हो गया है, जिससे वे मानसिक दबाव में हैं. शिक्षकों ने यह भी कहा कि वे अपने पुराने विद्यालय से विधिवत विरमित होकर नए पद पर योगदान दिए हैं, फिर भी सेवा निरंतरता और वेतन संरक्षण का लाभ नहीं मिल रहा है. पूर्व में जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीइओ) और डीपीओ ने इस मांग को उचित मानते हुए समाधान का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक कोई ठोस पहल नहीं हुई. इस कारण शिक्षकों ने अब सरकार के उच्च स्तर से हस्तक्षेप की मांग की है.
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