गोपालगंज. आषाढ़ में जोरदार बारिश की उम्मीदें धूमिल होती जा रही हैं. आसमान में उमड़ते-घुमड़ते बादल धोखा देकर लौट जा रहे. शनिवार को मौसम का मिजाज दिनभर बदलता रहा. कभी आसमान में बादल उमड़-घुमड़ते रहे तो कभी तेज धूप लोगों को बेहाल करती रही. धूप-छांव के बीच उमस से राहत नहीं मिली. लोग गर्मी व हीट इंडेक्स के हाइ रहने के कारण परेशान रहे. शाम तक 41 डिग्री जैसी गर्मी का एहसास होता रहा, जिसके कारण लोगों के शरीर से पसीना सूखने का नाम नहीं ले रहा था. तेज धूप के चलते दोपहर बाजारों में भी अन्य दिनों की अपेक्षा ग्राहकों की चहल-पहल कम दिखने से दुकानदार भी चिंतित नजर आ रहे. ऐसे में बिजली कटौती भी लोगों की मुश्किलें बढ़ा रही थीं. पंखा, कूलर, एसी के बंद होते ही लोग व्याकुल होते दिखे. आषाढ़ मास में तेज धूप न सिर्फ लोगों की मुश्किलें बढ़ा रहीं बल्कि खेती और किसानी को भी नुकसान पहुंच रहा है. पानी न बरसने से खेतों में धान की नर्सरियां झुलस रही हैं. पानी के अभाव में किसान धान की रोपाई तक नहीं कर पा रहे हैं. इस मौसम धरती पर जहां हरियाली नजर आनी चाहिए, वहीं सड़क से लेकर खेतों में धूल उड़ रहा है. मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय ने बताया कि इस सीजन में तापमान 29 डिग्री से नीचे नहीं आ रहा. अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 29.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जबकि आर्द्रता 71 प्रतिशत रही, जबकि पुरवा हवा 5.4 किमी प्रतिघंटा रही. हवा के मंद पड़ने से लोगों की बेचैनी बढ़ी रही. मौसम वैज्ञानिक डॉ एसएन पांडेय ने कहा कि इसी तरह से रहने की संभावना है. तापमान में उतार-चढ़ाव के अगले तीन दिनों में गरज-चमक के साथ कहीं-कही हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. बंगाल की खाड़ी से पुरवी हवा नमी को लेकर आ रही है. बादल जमे तो बारिश भी करायेगा.
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