गोपालगंज. जिले के लिए एक खुशखबरी है. नारायणी रिवर फ्रांट डुमरिया में टर्मिनल बनाने का रास्ता साफ हो गया है. पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय के मंत्री सर्वांनंद सोनेवाल की ओर से मंजूरी मिली है. अब शीघ्र ही इसपर वर्क भी शुरू हो जायेगा. 16 जून को भाजपा के पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी ने केंद्रीय मंत्री मंत्री सर्वांनंद सोनेवाल को मांग पत्र सौंप कर कहा था कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा गंडक नदी के तट पर गोपालगंज जिला अंतर्गत डुमरिया घाट पर टर्मिनल निर्माण की स्वीकृति दी गयी थी तथा गोपालगंज जिला प्रशासन को भूमि अधिग्रहण के लिए विभाग द्वारा निर्देशित किया गया था, जो प्रक्रियाधीन है. डुमरिया घाट एनएच-27 से सीधा जुड़ा हुआ है. जिससे परिवहन की सुविधा आसानी से प्राप्त हो जायेगी. इस स्थल से गोपालगंज, सीवान, छपरा, गोरखपुर तक तथा दूसरी ओर मोतिहारी, वैशाली, मुजफ्फरपुर होते हुए पटना तक माल पहुंचाना आसान हो जायेगा. साथ ही व्यावसायिक वस्तुओं के आयात-निर्यात के लिए यह स्थल उपयुक्त है. टर्मिनल के समीप आवश्यकतानुसार सरकारी कार्यालय खोलने के लिए भूखंड उपलब्ध है. यह स्थल बुद्ध सर्किट, रामायण सर्किट और शिव सर्किट से जुड़ा हुआ है. टर्मिनल निर्माण के कारण भविष्य में यह व्यावसायिक केंद्र के रूप में विकसित हो सकता है. आध्यात्मिक केंद्र होने के कारण राम-सीता घाट नमामि गंगे योजना के तहत पूर्व से निर्मित है, जहां लाखों श्रद्धालु मां नारायणी में स्नान करने के लिए आते रहते हैं. नारायणी रिवर फ्रंट पर एक सामुदायिक जेट्टी निर्माण के साथ गंडक नदी में ड्रेजिंग कार्य कराया जायेगा, जिससे जल मार्ग से जहाजों का परिचालन हो सके. मंत्री की ओर से गंडक नदी के तट पर डुमरिया घाट अवस्थित नारायणी रिवर फ्रंट के समीप सामुदायिक जेट्टी का निर्माण, गंडक नदी में ड्रेजिंग कार्य एवं डुमरिया घाट पर पूर्व से स्वीकृत टर्मिनल का निर्माण कार्य की तैयारी में विभाग जुटा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है