गोपालगंज. अगर आप अपने किसी करीबी मरीज के लिए ब्लड बैंक से खून लेने की सोच रहे हैं, तो फिलहाल यह मुमकिन नहीं है. मॉडल सदर अस्पताल का एकमात्र ब्लड बैंक खुद ब्लड की कमी से जूझ रहा है.
जिले की 32 लाख आबादी के मुकाबले बैंक में सिर्फ 29 यूनिट ब्लड उपलब्ध है, जबकि इसकी क्षमता 1500 यूनिट की है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित इस ब्लड बैंक में एबी-निगेटिव, एबी-पॉजिटिव जैसे कई दुर्लभ ब्लड ग्रुप पूरी तरह से नदारद हैं, जिससे मरीजों के ऑपरेशन दो दिनों से टाले जा रहे हैं. अब तक तीन ऑपरेशन स्थगित किये जा चुके हैं और मरीजों को अन्य अस्पतालों में रेफर किया जा रहा है. हालात इतने गंभीर हैं कि थावे बाजार के व्यवसायी राज हंस गुप्ता को शनिवार को एक मरीज के लिए ए-पॉजिटिव ब्लड देना पड़ा, जिससे उसकी जान बचायी जा सकी. ब्लड बैंक प्रशासन ने लोगों से स्वैच्छिक रक्तदान की अपील की है, ताकि जरूरतमंद मरीजों को समय पर इलाज मिल सके और गंभीर स्थिति से निबटा जा सके.रोजाना आठ से 10 यूनिट खून की जरूरत : सीएस
सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र प्रसाद ने कहा कि रोजाना औसतन आठ से 10 यूनिट की खून की जरूरत पड़ती है. यहां के ब्लड बैंक में अधिकतम 1500 यूनिट ब्लड स्टोर की सुविधा है. लोगों को जागरूक होना पड़ेगा. सामाजिक संगठनों को भी आगे आने की जरूरत है. रक्तदान से शरीर पर कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होता है. हर स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान करना चाहिए.प्रभात अपील : आप भी करें रक्तदान
यदि आप स्वस्थ हैं और आपकी उम्र 18 से 60 साल के बीच है, तो आप किसी की जिंदगी बचाने के लिए रक्तदान कर सकते हैं. ””प्रभात खबर”” आपसे यह अपील करता है. ब्लड बैंक में स्वैच्छिक रक्तदान कर सकते हैं. रक्तदान करनेवाले लोगों को रक्तदाता कार्ड मिलेगा, जिससे आप देश भर के किसी भी ब्लड बैंक से एक साल के अंदर जरूरत पड़ने पर ब्लड ले सकते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है