गोपालगंज. बैकुंठपुर में बेटी की इज्जत पर हाथ डालने वाले बेखौफ हैं. पुलिस की चूक से लोगों में आक्रोश है. लोगों का कहना है कि बैकुंठपुर की घटना के बाद पुलिस ने कड़ा एक्शन लिया होता, तो सासामुसा में यूपी की बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना नहीं होती.
कुचायकोट कांड में पुलिस ने एनकाउंटर कर जैसा सबक सिखाया, वैसे ही कार्रवाई बैकुंठपुर में हुई रहती, तो सासामुसा में बेटी की इज्जत पर हाथ नहीं डाल पाते. बैकुंठपुर थाने के राजापट्टी कोठी बाजार से लौटने के दौरान किशोरी को फिल्मी स्टाइल में अगवा कर पूरी रात कार में दरिंदगी की ने पूरे समाज को दहला दिया. मनचलों का विरोध करने वाली बहादुर बेटी अब इंसाफ के लिए कोर्ट की चौखट पर है. कांड में शामिल मनबढ़ को पुलिस ने पटना में छापेमारी कर सिरसा गांव के हरिश कुमार सिंह उर्फ छोटू कुमार को गिरफ्तार कर कोरम पूरा कर चुकी है. कांड में शामिल तीन की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. कांड में 29 अप्रैल को नामजद अभियुक्त बैकुंठपुर थाने के मड़वा गांव के धुरेंद्र सिंह के पुत्र सिद्धांत कुमार सिंह के अलावा राजापट्टी कोठी के रामाशंकर सिंह का पुत्र पंकज कुमार सिंह व देवेंद्र सिंह के घरों पर बैंड-बाजा व डुगडुगी बजवा कर इश्तेहार चिपकाया. कांड में 22 दिन बीत चुके हैं. सच तो यह है कि बैकुंठपुर पुलिस राजनीतिक दबाव में एक्शन लेने में कतरा रही. बैकुंठपुर के लोगों के मन में इस कांड को लेकर कई सवाल चर्चा में है. लोग सासामुसा की तरह एक्शन देखना चाह रहे हैं.पीड़ित परिवार को दी जा रही धमकी
सामूहिक दुष्कर्म को अंजाम देने वाले अपराधी बड़े घरों के बिगड़ैल हैं. अपनी लंबी राजनीतिक पहुंच के बल पर पहले पुलिस को भी मैनेज करने में कोई कसर नहीं छोड़ा. वहीं, पुलिस ने बढ़ते दबाव को देखते हुए हरिश कुमार सिंह को अरेस्ट कर लोगों के आक्रोश को कम करने की कोशिश की. जबकि, मुख्य आरोपितों के गिरेबां तक पुलिस के हाथ नहीं जा रहे. उधर, गरीब पीड़ित परिवार को केस को उठाने की धमकी दी जा रही. पूरा परिवार दहशत में है. 10 अप्रैल को पूरे वाक्या को फिल्मी अंदाज में अंजाम दिया गया. अब परिवार के लोगों को हत्या करा देने की धमकी मिल रही.शहर में यहां लगता है मनचलों का जमावड़ा
शहर के डाकघर चौक, मिंज स्टेडियम रोड, कॉलेज रोड, जादोपुर रोड में डीडीसी के आवास के पास गांधी कॉलेज की गली में, चीनी मिल रोड में कोचिंग सेंटर के आसपास मनचलों का जमावड़ा लगा रहता है. पुलिस गश्ती उधर से गुजरती है. लेकिन, आंख बंद कर आगे बढ़ जाती है. थाना स्तर से कभी कार्रवाई नहीं होती है. वरीय अधिकारियों के संज्ञान में जब मामला पहुंचता है, तब मनचलों पर पुलिस डंडा चटकता है, लेकिन इन मनचलों के भय से बेटियों को कोचिंग व कॉलेज जाने के दौरान रोज इनका सामना करना पड़ रहा. कभी मोबाइल नंबर मांगते, तो कभी फब्तियां कसते. अश्लील हरकत से भी बाज नहीं आ रहे.अधिकतर छात्राएं शिकायत तक दर्ज नहीं करातीं
कमला राय कॉलेज की छात्रा के साथ युवकों ने छेड़खानी की. परिजनों से छात्रा ने घटना बतायी. परिजनों ने कोई शिकायत नहीं की, बल्कि कॉलेज जाने से मना कर दिया. यहां रोज हो रही छेड़खानी की घटनाओं में छात्रा बदनामी होने की बात बोलकर चुपचाप घर चली जाती हैं. इसके बाद कोचिंग व कॉलेज छोड़ देती हैं या परिजन के साथ जाने लगती हैं.सरेंडर नहीं किये, तो बख्शे नहीं जायेंगे : एसपी
पुलिस कप्तान अवधेश दीक्षित ने बताया कि बैकुंठपुर की घटना को गंभीरता से कार्रवाई की जा रही. कोर्ट से जारी इश्तेहार को चिपका दिया गया है. सरेंडर नहीं किये, तो आगे की कार्रवाई भी तय है. बेटियों को डरने की जरूरत नहीं है. पुलिस हाइ अलर्ट मोड में है. आवारागर्दों की सूचना पुलिस को दें, तत्काल कार्रवाई होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है