फुलवरिया. प्रखंड मुख्यालय स्थित फुलवरिया गांव की वार्ड संख्या 13 में नल जल योजना की पाइपलाइन के फटने से उत्पन्न जलजमाव की समस्या पर बुधवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. पिछले दो महीनों से लगातार सड़क पर पानी बह रहा है, जिससे सड़कें कीचड़ और दलदल में तब्दील हो गयी हैं. इससे आवागमन में भारी परेशानी हो रही है. समस्या के समाधान के लिए ग्रामीणों ने कई बार प्रखंड प्रशासन, वरीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से शिकायत की, लेकिन अबतक कोई कार्रवाई नहीं की गयी. इससे नाराज होकर ग्रामीणों ने सड़क पर उतरकर प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने आशंका जतायी कि गंदे पानी के जमाव से गांव में संक्रमण और संक्रामक बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि हैरानी की बात है कि जहां प्रखंड मुख्यालय स्थित है, उसी गांव में ऐसी लापरवाही बरती जा रही है और शिकायतों के बावजूद प्रशासन मौन बना हुआ है.
पुलिस ने कराया शांत, ग्रामीणों ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द पाइप की मरम्मत कर समस्या का स्थायी समाधान नहीं किया गया, तो वे उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे. विरोध प्रदर्शन की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को शांत कराया और संबंधित अधिकारियों को मामले की जानकारी दी. प्रदर्शन में ओमप्रकाश राय, शक्ति राय, रानू राय, सोनू राय, सचिन राय, दीपक राय, दुर्गेश राय, अंकित राय, अंकुर राय, कुणाल राय, आलोक राय, अनूप राय और निकाश राय सहित कई ग्रामीण शामिल थे. ग्रामीणों ने प्रशासन से शीघ्र हस्तक्षेप की मांग की है ताकि गांव को जलजमाव और बीमारियों से राहत मिल सके.
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