फुलवरिया. फुलवरिया गांव में इंसानियत की मिसाल सामने आयी है, जहां गंभीर बीमारी से जूझ रहे आदर कुमार के इलाज के लिए गांव के युवाओं ने आपसी सहयोग से चंदा इकट्ठा कर मदद की पहल शुरू की है. गांव के ललन चौधरी के पुत्र, 35 वर्षीय आदर कुमार, पिछले छह महीनों से गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं. आर्थिक तंगी के कारण उनका इलाज रुकने की कगार पर है. उनकी पत्नी सावित्री देवी ने बताया कि इलाज में सब कुछ लगा दिया, यहां तक कि अपना मंगलसूत्र भी बेच दिया, लेकिन अब कोई साधन नहीं बचा. परिवार की हालत इतनी खराब है कि बच्चों को दो वक्त का खाना भी नसीब नहीं हो पा रहा. आदर कुमार के चार छोटे बच्चे हैं, सीमा (10), पंकज (8), आंचल (6) और सुग्रीव (4). स्थिति की जानकारी मिलने पर गांव के युवाओं ने एक बैठक कर सामूहिक चंदा अभियान शुरू किया. युवाओं ने घर-घर जाकर सहयोग मांगा और इलाज जारी रखने का संकल्प लिया. गांववालों का कहना है कि आदर एक मेहनती और ईमानदार व्यक्ति हैं और अब जब वे मुश्किल में हैं, तो पूरा गांव उनके साथ है. इस पहल ने न केवल पीड़ित परिवार को संबल दिया है, बल्कि समाज को भी एकता और मानवता का संदेश दिया है. ग्रामीणों ने सरकार से भी अपील की है कि आदर कुमार के इलाज में मदद की जाये.
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