हाजीपुर. सदर प्रखंड की अंधरवारा पंचायत के अजमतपुर गांव में माइक्रो फाइनेंस कंपनियों द्वारा सूद का सूद वसूले जाने से परेशान ग्रामीणों ने बैठक कर शोषण और उत्पीड़न के विरोध में आंदोलन करने का निर्णय लिया. रविवार को बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता शिवचंद्र पासवान ने की. इस मौके पर भाकपा माले नेता और किसान महासभा के जिला सचिव गोपाल पासवान, रामनाथ सिंह आदि उपस्थित थे. बैठक में मांग की गयी कि भारत सरकार माइक्रो फाइनेंस कंपनियों पर नियंत्रण कायम करे और रिजर्व बैंक आफ इंडिया के निर्देशों का उल्लंघन करने पर उसके विरुद्ध कार्रवाई करे. साथ ही गरीबों के कर्ज माफ करने की मांग की गयी. बैठक में गोपाल पासवान ने कहा कि कारपोरेट घरानों का कर्ज माफ करने वाली सरकार स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं का कर्ज माफ नहीं कर रही है. कर्ज के जाल में फंसकर महिलाएं आत्महत्या करने को बाध्य हो रही हैं. सरकार से महिलाओं को सशक्त करने के लिए महिला सम्मान योजना शुरू कर तीन हजार रुपये प्रति माह आर्थिक सहयोग देने, सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि चार सौ रुपये से बढ़ाकर तीन हजार करने की मांग की गयी. माले नेता ने कहा कि देश में सबसे कम सामाजिक सुरक्षा पेंशन बिहार में दी जाती है. जीविका से जुड़ी कोई भी दीदी लखपतिया नहीं बनी. महिलाओं को सशक्त करने के लिए सरकार ने कोई योजना नहीं बनायी है. लूट, झूठ और जुमले की सरकार को बदल देने का समय आ गया है. पांच जून को जिला मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन करने की बात कही गई.
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