लालगंज नगर. बाढ़ पूर्व तैयारी के मद्देनजर बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल एवं प्रशासन की ओर से तैयारियों का लगातार समीक्षा की जा रही है. वहीं, जमीनी स्तर पर अब तक हुए कार्य का निरीक्षण करने डीएम वर्षा सिंह अधिकारियों के साथ शनिवार को लालगंज एवं वैशाली में तिरहुत के विभिन्न तटबंध एवं स्लुइस गेट का गहन निरीक्षण किया. इन्होंने लालगंज प्रखंड में बलहा बसंता में तटबंध की सुरक्षा एवं मजबूती को लेकर संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया. वहीं, खंजाहचक में बाढ़ निरोधात्मक कार्य शुरू न होने के कारण डीएम ने नाराजगी व्यक्त की. इसके साथ ही वैशाली प्रखंड के रामदौली एवं फुलाढ़ में भी तटबंध सुरक्षा को लेकर संबंधित पदाधिकारियों को गंभीरतापूर्वक कार्य करने का निर्देश दिया.डीएम ने बाढ़ एवं जल निःसरण प्रमंडल के सहायक अभियंता, कनीय अभियंता से तटबंध की सुरक्षा को लेकर किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली.
चूहे के छेदों को दुरुस्त करने कहा
इन्होंने लालगंज स्थित जफराबाद स्लुइस गेट एवं वैशाली स्थित समेरा स्लुइस गेट की ससमय ग्रीसिंग व सफाई करने का निदेश दिया तथा तटबंध के कमजोर जगहों को बरसात के पहले ठीक कराने, कटाव निरोधी कार्य को पूरा कराने का भी निर्देश दिया. खासकर तटबंध में चूहे, साहिल आदि द्वारा बनाए गए छिद्रों को दुरुस्त करने भी कहा, जिससे गंडक नदी में अधिक पानी आने पर तटबंध से किसी प्रकार का रिसाव नहीं हो और तटबंध सुरक्षित रहे. डीेएम ने बीडीओ, सीओ को तिरहुत तटबंध को अतिक्रमण मुक्त कराने तथा बांध को मजबूत करने और आवागमन के दृष्टिकोण से सरल बनाने का निर्देश दिया ताकि किसी भी आपदा में इस बांध से गाड़ियों का परिचालन आसानी से हो सके. मालूम हो कि तटबंध कई जगह काफी संकीर्ण हो चुका है, जिससे गाड़ियों के परिचालन में कठिनाई के साथ साथ बांध भी कमजोर हो गया है. इतना हीं नहीं स्थानीय लोगों ने तटबंध का अतिक्रमण कर झुग्गी, झोपड़ी बना दिया है, जिससे तटबंध क्षतिग्रस्त हो रहा है.निरीक्षण के दौरान डीएम के साथ एडीएम आपदा अरुण कुमार, एसडीएम सदर रामबाबू बैठा, ओएसडी अमन आनंद, प्रभारी पदाधिकारी आपदा प्रबंधन आकाश कुमार, बीडीओ, सीओ, गंडक डिवीजन के सहायक एवं कनीय अभियंता, मुखिया आदि मौजूद रहे.
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