हाजीपुर. शहर में बुधवार की दोपहर तीन घंटे की बारिश ने शहर की सूरत बिगाड़ दी थी, शहर के हर प्रमुख चौक चौराहे पर भारी जलजमाव हो गया था. इस कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा था. जलजमाव की समस्या नालों की ठीक से उड़ाही नहीं होने के कारण हो रही है. शहर के सभी प्रमुख नालों की उड़ाही तो हुई, लेकिन ठीक से उड़ाही नहीं होने की बात कह कर वार्ड पार्षदों ने एजेंसी पर कई आरोप लगाए थे. नालों का ठीक से उड़ाही नहीं होने का सबसे बड़ा कारण नालों पर अतिक्रमण है. कई दुकानदारों ने नालों पर स्थायी निर्माण कर लिया है, जिससे जमा गंदगी से नाला जाम की समस्या हो गयी है.
नालों पर अवैध अतिक्रमण गैर-कानूनी
नालों के ऊपर अवैध अतिक्रमण करना गैर कानूनी है. इस पर कानूनी कार्यवाही की जा सकती है. लेकिन बावजूद इसके शहर के नालों के ऊपर कई अस्थाई व स्थायी दुकानदारों का कब्जा है. ऐसे में नाली व नालों की सफाई नहीं हो पाती है और बरसात के दिनों में लोगों को जल जमाव से परेशान होती है. अगर दुकानदार स्वयं अवैध कब्जा नहीं हटाते है तो आखिर नालों व नालियों की साफ सफाई किस तरह होगी.
शहर में स्वच्छता और सफाई के नाम पर नगर पालिका लाखों-करोड़ों रुपए बहाती है. लेकिन शहर में सफाई के मामले में लोगों की शिकायतें रहती हैं. क्योंकि शहर के प्रमुख सड़क, मार्केट आदि स्थानों पर नालों के ऊपर अवैध कब्जा हुआ है. कुछ दुकानदार सुबह से शाम तक नालों के ऊपर अपना सामान रख कब्जा जमाए हुए है. तो कुछ दुकानदारों ने नालों के उपर स्थाई निर्माण कर लिया है. दिन में नालों पर दुकान सज जाती है और रात होते ही नालों पर ही सामान बांध कर घर चले जाते है. जिस कारण इन नालियों व नालों की नियमित सफाई नहीं हो पाती है. इससे पानी की निकासी नहीं हो पाती है.पार्षदों ने की थी शिकायत
नालों में कूड़ा फंसने के बाद पानी सड़कों व दुकानों में पहुंच जाता है. जिससे आम लोगों के अलावा दुकानदारों व ग्राहकों को भी परेशान होना पड़ता है. नालों के अंदर कूड़ा कचरा फेंक दिया जाता है, जिसके कारण नाला से पानी की निकासी रुक जाती है. नाला हमेशा कचड़ा से भरा रहता है और सड़कों पर जल भराव की स्थिति बनी रहती है. नगर परिषद इस पर कोई कार्रवाई नहीं करता है. अगर शहर के नालों की साफ सफाई नियमित की जाती, तो बरसात के दिनों में सड़क पर जलभराव नहीं होता. बारिश के पानी भरे नालों के ऊपर बह कर सड़कों पर आ जाती है. जिससे सड़क पर जलजमाव की समस्या बनी रहती हैं. नालों की सही ढंग से उड़ाही नहीं होने की शिकायत कई वार्ड पार्षदों ने सभापति और कार्यपालक पदाधिकारी से की थी. कई नालों की उड़ाही केवल दिखावे के लिए कर दी गई थी, जिसके बाद एजेंसी के विरोध में वार्ड पार्षद आ गए थे. इस मामले में सभापति ने नालों की ठीक से उड़ाही करने का निर्देश एजेंसी को दिया था और उड़ाही होने के बाद एक एनओसी वार्ड पार्षदों से लेने की बात कही गई है. ऐसे में नालों की सही ढंग से उड़ाही नहीं होना और नालों पर अतिक्रमण शहर के जल जमाव की सबसे बड़ी समस्या है.पंद्रह दिनों के अंदर होगी सभी नालों की उड़ाही
नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार सिंह ने इस संबंध में बताया कि नाला उड़ाही ठीक से नहीं करने को लेकर शिकायत मिली थी. जिसके बाद एजेंसी को 15 दिनों के अंदर शहर के सभी नालों की फिर से उड़ाही करने का निर्देश दिया गया है. इसके साथ ही नालों पर गिट्टी, बालू रखकर जाम करने एवं नालों पर स्थायी एवं अस्थायी निर्माण को लेकर बहुत जल्द फिर से अभियान चलाया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है