छपरा. स्नातक सत्र 2025-29 में नामांकन के लिए पहली मेधासूची आज वेबसाइट पर जारी कर दी जायेगी. 23 जून को वेबसाइट पर मेधासूची जारी होने के बाद उसके अगले दिन से ही कॉलेजों में नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू किया कर दी जायेगी. नामांकन को लेकर विश्वविद्यालय छात्र कल्याण विभाग द्वारा गाइडलाइन भी कर दी गयी है. सभी प्राचार्यों को भी इस संदर्भ में निर्देश भेज दिया गया है. नामांकन के दौरान छात्र-छात्राओं को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए कॉलेजों में एक हेल्प डेस्क भी बनाया गया है. पहली सूची में 25176 छात्र-छात्राओं का नाम जारी किया जायेगा. जिसमें करीब 60 फीसदी छात्र-छात्राएं कला के विषयों के हैं. विज्ञान व वाणिज्य से करीब 40 फीसदी छात्र-छात्राओं का नाम लिस्ट में शामिल होगा. पहली लिस्ट में शामिल छात्र-छात्राओं की नामांकन की प्रक्रिया क्लोज होने के उपरांत दूसरी सूची भी जारी की जायेगी.
पंजीयन के समय वैकल्पिक विषयों का चयन अनिवार्य
जिन छात्र-छात्राओं का नये सत्र में नामांकन होगा. उन्हें पंजीयन कराने के समय वैकल्पिक तथा वैल्यू एडेड विषयों का चयन करना होगा. छात्रों को कक्षाओं में सीबीसीएस सिलेबस के तहत कोर कोर्स के साथ जोड़े गये वैकल्पिक तथा अनिवार्य एडिशनल विषयों तथा वैल्यू एडेड कोर्स की जानकारी दी जायेगी. उन विषयों को चयन करते हुए पंजीयन की प्रक्रिया पूरी कराने की प्रक्रिया भी बतायी जायेगी. स्नातक में सत्र 2023-27 से सीबीसीएस सिलेबस लागू किया गया है. सिलेबस के अंतर्गत कोर कोर्स के अलावा छात्रों को वैकल्पिक विषयों तथा एडिशनल विषयों का चयन भी करना होगा. अब स्नातक चार साल का हो चुका है. जिसमें कुल आठ सेमेस्टर होंगे. जिसमें चार सेमेस्टर की परीक्षाएं उत्तीर्ण करने के बाद छात्र-छात्राएं डिप्लोमा प्राप्त कर सकेंगे. वहीं तीन साल में छह सेमेस्टर क्लियर करने के उपरांत उन्हें डिग्री मिल जायेगी. वहीं एक साल अतिरिक्त मिलेगा. जिसमें दो सेमेस्टर की परीक्षाएं होंगी. इस दौरान छात्र-छात्राएं शोध भी कर सकेंगे. जिसके बाद चार साल का स्नातक पूरा करने के बाद शोध के साथ डिग्री प्राप्त होगी.ये हैं वैकल्पिक व एडिशनल सब्जेक्ट
छात्र कल्याण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार वैकल्पिक व एडिशनल विषयों की जानकारी कॉलेज में भेज दी गयी है. इसके अंतर्गत माइनर सब्जेक्ट शामिल हैं. छात्रों ने अप्लाइ के दौरान कोर कोर्स में जो मेजर सब्जेक्ट चुना है. इस सब्जेक्ट में माइनर सब्जेक्ट के तहत एक अलग विषय चुन सकेंगे. उदाहरण के लिए यदि किसी छात्र ने मानविकी संकाय में अंग्रेजी को मेजर सब्जेक्ट चुना है. तो इस संकाय में हिंदी, संस्कृत, उर्दू, पाली, बंगाली, दर्शन शास्त्र संगीत में एक-एक विषय माइनर सब्जेक्ट के रूप में चुन सकेंगे. वहीं मल्टी डिसिप्लिन सब्जेक्ट के अंतर्गत मेजर सब्जेक्ट के अलावे दूसरे विषयों को चुन सकेंगे. मानविकी संकाय के छात्र विज्ञान संकाय अथवा वाणिज्य संकाय के विषय चुन सकेंगे. वहीं एबिलिटी एनहैंसमेंट कोर्स में इंग्लिश कम्युनिकेशन का चयन करना होगा. स्किल एनहैंसमेंट कोर्स के तहत विश्वविद्यालय ने दो विषयों का निर्धारण किया है. जिसमें क्रिएटिव राइटिंग तथा कम्युनिकेशन इन एवरीडे लाइफ शामिल है. वहीं वैल्यू एडेड कोर्स के अंतर्गत एथिक्स एंड कल्चर तथा स्वच्छ भारत का चयन पहले सेमेस्टर में अनिवार्य रूप से करना होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है