हाजीपुर. बिहार सुधारात्मक प्रशासनिक संस्थान (बीका) हाजीपुर में बुधवार को वैकल्पिक विवाद समाधान (एडीआर) पर केंद्रित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ. कार्यशाला का उद्घाटन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विजय आनंद तिवारी तथा डीएम यशपाल मीणा द्वारा संयुक्त रूप से किया गया. इस अवसर पर डीएम ने वैकल्पिक विवाद समाधान की परिकल्पना की विस्तृत जानकारी दी. इन्होंने कहा कि यह प्रणाली त्वरित, सुलभ और किफायती न्याय का माध्यम है, जिससे न्यायिक प्रक्रिया में आने वाली जटिलताओं और देरी से बचा जा सकता है. इन्होंने कार्यशाला में आए लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे समस्या के वैकल्पिक समाधान से अधिकाधिक लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए प्रेरित करें.
इस अवसर पर जिला न्यायाधीश ने कहा कि यह कार्यक्रम डीएम के दूरदर्शी सोच की उपज है. इन्होंने वृद्धजनों के अधिकारों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उन्हें भोजन, चिकित्सा और देखभाल का पूर्ण अधिकार है. इन्होंने बताया कि यह अफसोसजनक है कि हमारे कई वरीय नागरिक सामाजिक, आर्थिक और मानसिक परेशानियों के साथ जीवन व्यतीत कर रहे हैं. इन्होंने बताया कि वरीय नागरिकों को आने वाली समस्याओं के निराकरण हेतु प्रखंड स्तर पर सीडीपीओ कार्यरत हैं. अनुमंडल स्तर पर भरण पोषण के मामले के निष्पादन के लिए एसडीएम हैं एवं जिला स्तर पर अपील पदाधिकारी के रूप में डीएम हैं. वैसे वृद्धजन, जिनके बच्चे उनकी देखभाल नहीं करते, वे संबंधित पदाधिकारी से मिलकर सुलह या वाद दायर कर सकते हैं.
इस अवसर पर डीएम ने बताया कि वैसी महिलाएं, जो घरेलू हिंसा की शिकार हैं और जिन्हें उचित समाधान की आवश्यकता है, वे महिला हेल्पलाइन अंतर्गत वन स्टाप सेंटर में जाकर शिकायत दर्ज कर सकती हैं या परामर्श ले सकती हैं. जिला विधिक प्राधिकार के सचिव सह अवर न्यायाधीश रितु कुमारी ने बताया कि जिले में 16 लीगल सर्विस क्लिनिक चलाए जा रहे हैं. यहां पर परेशान लोग निशुल्क कानूनी सलाह ले सकते हैं. इन्होंने बताया कि न्यायिक और प्रशासनिक पहल से भी ज्यादा जरूरी है कि हर व्यक्ति महिलाओं और बुजुर्गों के प्रति संवेदनशील बने और अपने कर्तव्यों को समझे. कार्यशाला में आए वृद्धजनों एवं महिलाओं के साथ जिला जज एवं डीएम द्वारा संवाद की किया गया और समाधान की दिशा में जानकारी दी गयी. सैकड़ों की संख्या में कार्यशाला में आए लोगों ने अपनी पीड़ा के साथ समाधान की कहानी को भी साझा किया. इसके पहले वन स्टाप सेंटर की केंद्र प्रशासक प्रियंका कुमारी ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से सेंटर द्वारा दी जा रही सेवाओं की जानकारी दी. इस अवसर पर महिला हेल्पलाइन की जिला परियोजना प्रबंधक जुलेखा, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा साक्षी, नगर परिषद हाजीपुर के कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार ने भी उपयोगी जानकारियां दी. कार्यक्रम का संचालन काउंसलर कार्तिक कुमार ने किया. कार्यशाला में अपर समाहर्ता (आपदा) अरुण कुमार सिंह, जिला सूचना एवं जन संपर्क पदाधिकारी नीरज, एसडीएम सदर रामबाबू बैठा, एसडीएम महुआ किसलय कुशवाहा, डीएसपी अबू जफर इमाम सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे. कार्यक्रम का समापन उप विकास आयुक्त कुंदन कुमार के संबोधन और धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ.
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