हाजीपुर. जिले में बारिश नहीं होने के कारण धान रोपाई का कार्य काफी पीछे चल रहा है. आसमान की ओर टकटकी लगाए किसान बारिश का इंतजार कर रहे है. वहीं कुछ किसान पंप सेट के सहारे धान की रोपनी शुरू कर दी है. जिससे उन्हें काफी आर्थिक नुकसान हो रहा है. लक्ष्य के अनुरूप अब तक मात्र 5 प्रतिशत किसान ही धान की रोपनी शुरू कर सके है. मालूम हो कि जिले में वर्ष 2025-26 में खरीफ फसल का लक्ष्य 51298.5 हेक्टेयर रखा गया है. जिसके लिए किसानों ने 5129.85 हेक्टेयर खेतों में बिचड़ा लगाया है. लेकिन बुआई मात्र 5 प्रतिशत ही हो पाई है. इसका मुख्य कारण अनुमान से काफी कम बारिश होना है. बताया गया कि जिले के अधिकांश किसान धान की बुआई के लिए बारिश पर निर्भर है. हालांकि जिस प्रकार मौसम का मिजाज बदल रहा है, इस परिस्थिति में लक्ष्य तो दूर लक्ष्य का आधा भी धान की रोपाई संभव नहीं दिख रहा है. पैक्स अध्यक्ष अनिल कुमार राय ने कहा कि प्रकृति की मार किसानों पर बरस रही है, अभी तक किसान अपने अपने खेतों में बारिश की वजह से धान की रोपाई भी नहीं कर पाये है. 20 मई से 30 जून तक धान की रोपाई पूरी हो जाती थी, लेकिन बारिश के अभाव में किसान आसमान की ओर टकटकी लगाए हुए है. किसान नवल किशोर राय ने बताया कि इस बार बारिश नहीं होने के कारण धान की खेती पिछड़ रही है. किसानों का कहना है कि गांव में स्टेट बोर्डिंग को चालू कर दिया जाए तो किसान आसानी से खेती कर सकते है. किसानों की लागत भी कम आयेगी. वर्तमान समय में डीजल की महंगाई के कारण लोग अपने खेतों में सही समय पर धान की रोपनी नहीं कर पा रहे है. सरकार भी डीजल पर सब्सिडी देने की घोषणा नहीं की है. मौसम विभाग के अनुसार 21.9 मिमी ही वास्तविक बारिश हुई है. जो औसत से भी काफी कम है. जिले में सबसे ज्यादा बारिश राघोपुर प्रखंड में 69.6 मिलीमीटर एवं सबसे कम बारिश भगवानपुर प्रखंड में जो मात्र 5.0 मिलीमीटर हुई है.
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