हाजीपुर. महिला संवाद के दौरान महिलाएं मुखर हो कर अपने आसपास की समस्याओं के साथ पदाधिकारियों को कई सुझाव दे रही है. इनमें स्वास्थ्य केंद्र से लेकर, लघु उद्योग लगाने की सहुलियत, रोजगार, शौचालय, स्वच्छता आदि शामिल हैं. महिला सशक्तीकरण की दिशा में महिला संवाद का कार्यक्रम 18 अप्रैल से प्रारंभ है. जिले के 2468 ग्राम संगठनों में महिला संवाद कार्यक्रम का संचालन हो रहा है. प्रतिदिन 21 महिला संवाद रथ पूरे जिले में चल रहे हैं.
बुधवार को महिला संवाद कार्यक्रम में डीआरडीए के निदेशक अजीत कुमार एवं महनार के प्रखंड विकास पदाधिकारी मुकेश कुमार शामिल होकर सभी महिलाओं को सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी रखने को कहा ताकि सभी लोग सरकारी योजनाओं का समुचित लाभ ले सकें. प्रतिदिन महिला संवाद रथों पर एलइडी स्क्रीन, वीडियो फिल्म, सेल्फी प्वाइंट, स्टैंडी, लीफ्लेट्स, वीडियो कान्फ्रेंसिंग की सुविधाओं से लैस हैं. संवाद कार्यक्रम में बड़ी संख्या में जीविका से जुड़ी हुई एवं गैर जीविका की महिलाएं शामिल हो रही हैं. एक कार्यक्रम में प्रतिदिन लगभग सात हजार महिलाएं शामिल हो रही हैं. बुधवार के दिन महिला संवाद का आयोजन जिला में कुल 42 स्थानों पर किया गया, जिसमें 78 सौ से ज्यादा महिलाएं विभिन्न स्थानों पर आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम में शामिल हुई. ग्रामीण महिलाएं इस कार्यक्रम के माध्यम से विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर रही हैं, जिससे आगे चलकर उसका समुचित लाभ ले पायेंगी. इसके साथ ही महिलाओं से सुझाव को भी लिया जा रहा है, इनके व्यक्तिगत अथवा सार्वजनिक हित में और सरकार से अपेक्षाओं के बारे में जानकारी ली जा रही है. इन सुझावों को संकलित कर प्राथमिकता निर्धारण की जा रही है और उसका दस्तावेजीकरण किया जा रहा है, जिसे आगे उसे जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार को भेजा जायेगा, ताकि उसपर विचार कर नीतिगत निर्णय लिया जा सके.
महिला संवाद कार्यक्रम के दौरान महिला सशक्तीकरण की दिशा में राज्य सरकार द्वारा अभी तक लिए गए निर्णय एवं किये गये कार्यों की जानकारी ऑॅडियो विजुअल के माध्यम से महिलाओं को दी जा रही है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री का महिलाओं के नाम संदेश पत्र को भी सभी महिलाएं पढ़ रही हैं. कार्यक्रम के दौरान विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित महिलाएं अपना अनुभव भी साझा कर रही हैं. विभिन्न योजना से किस प्रकार उनके जीवन में परिवर्तनों को कार्यक्रम के दौरान ये महिलाएं साझा कर रही हैं. सरकार की छात्रवृति योजना, प्रधान मंत्री आवास योजना, जीविका, सतत जीविकोपार्जन योजना, सुकन्या योजना आदि से लाभ प्राप्त लाभार्थी अपना अनुभव साझा की.
सावित्री देवी को बकरी पालन लाभ मिला, तो विभा देवी को खाद बीज की दुकान मिली है. निशा भारती को छात्रवृत्ति योजना का लाभ मिला है तो रीता देवी को आवास का लाभ मिला है. लालमुनी देवी को शौचालय का लाभ मिला है. इसके अलावा महिलाएं आकांक्षाएं भी व्यक्त कर रही है जिसमें नल जल, शौचालय, राशन कार्ड, आवास आदि का मांग की है.
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