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पुराने कागजात खोजने में लोगों को छूट रहे पसीने, आधार को विकल्प के रूप में मान्यता देने की मांग

निर्वाचन आयोगके निदेशानुसार मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण का कार्यक्रम जारी है, कोई भी अपात्र व्यक्ति मतदाता सूची में शामिल न हो और मतदाता सूची में नाम जोड़ने या हटाने की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी रहे, इस पर विशेष ध्यान है

हाजीपुर. भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली के निदेशानुसार मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण 2025 का कार्यक्रम जारी है. कोई भी अपात्र व्यक्ति मतदाता सूची में शामिल न हो और मतदाता सूची में नाम जोड़ने या हटाने की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी रहे, इस पर विशेष ध्यान है. इस क्रम में कई मतदाताओं ने कहा कि अपना सत्यापन कराने में तमाम बाधाएं आ रही हैं. पुराने दस्तावेजों को खोजने में पसीने छूट रहे हैं. बीएलओ से संबंधित परेशानी का समाधान के लिए संपर्क किया जा रहा है, तो वह खुद भी हाथ खड़े कर ले रहे हैं. कुछ लोगों ने कहा कि आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र को सीधे तौर मान्यता प्रदान करने वाला प्रमाण नहीं माना गया है. इस कारण ही सर्वाधिक परेशानी हो रही है. जिन 11 पहचान पत्रों की मान्यता है, उनमें से कई लोगों के पास यह उपलब्ध नहीं है. आवासीय प्रमाण पत्र एक विकल्प हो सकता है, लेकिन समय सीमा की समस्या आड़े आ रही है.

इस संबंध में हाजीपुर नगर परिषद क्षेत्र के कई मतदाताओं से बात की गई. अंदर किला के सुशील कुमार, बागदुल्हन के योगेश कुमार, अदलबाड़ी के राकेश कुमार, हरवंशपुर के सत्येंद्र कुमार ने कहा कि फार्म जमा करने की अंतिम तिथि 25 जुलाई, 2025 है. यदि कोई व्यक्ति उस तिथि तक फार्म जमा नहीं करता है, तो आवेदक का नाम पहली अगस्त, 2025 को प्रकाशित होने वाली मसौदा मतदाता सूची में शामिल नहीं होगा. 02 अगस्त 2025 से सत्यापन का काम जोर-शोर से शुरू हो जाएगा. 02 अगस्त 2025 से मतदाता सूची के प्रारूप के आधार पर राजनीतिक दलों या आम लोगों से दावे और आपत्तियां ली जाएंगी. अंतिम मतदाता सूची 30 सितंबर को प्रकाशित की जाएगी. दिग्घी के सनोज कुमार, चौरसिया चौक के रोहित कुमार और युसुफपुर के राजन कुमार आदि ने प्रमाण पत्रों की मान्यता के लिए आधार कार्ड को छोड़ देने का सरासर गलत बताया और कहा कि विशेष गहन पुनरीक्षण के क्रम में घर बंद रहने के साथ ही मृत मतदाता, प्रवासी जन, यात्रा में शामिल जन आदि के भी छूट जाने का भी खतरा मंडरा रहा है. चूंकि बीएलओ इस प्रक्रिया के दौरान तीन बार ही मतदाताओं के घरों का दौरा करेंगे, इसके बाद संकट का समाधान नहीं निकल पाएगा और अंततः नाम कट जाने का खतरा सामने होगा.

पुनरीक्षण कार्य का डीसीएलआर ने किया निरीक्षण

देसरी

. मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य रविवार को सुबह से ही युद्ध स्तर पर किया गया. देसरी प्रखंड क्षेत्र में रविवार की सुबह धूप निकलने से पहले ही लोगों के दरवाजे पर बीएलओ दस्तक देने लगे. लोगों को बिना किसी प्रमाण पत्र के सिर्फ फार्म भर कर देने को कहने लगे. जिसपर प्रमाण पत्र को लेकर पिछले कई दिनों से परेशान मतदाता खुशी-खुशी फार्म भर कर बीएलओ को देने लगे. पहले 11 प्रकार की दस्तावेज की मांग की जा रही थी. जिसमें न तो आधार कार्ड शामिल था न ही राशन कार्ड. जबकि सभी खासकर गरीबों के पास राशन कार्ड मौजूद है. पर उसका विकल्प नहीं रहने से गरीब लाचार लोग काफी परेशान थे. जिसके कारण अधिकतर मतदाता बीएलओ को फॉर्म भर कर नहीं दे रहे थे.

पर अब सिर्फ प्रपत्र भर कर देने पर सभी लोगों को काफी सहूलियत हो रही है. सुबह से लेकर 10 बजे तक प्राप्त फार्म को प्रखंड कार्यालय में दर्जनों कर्मियों को लगाकर बीडीओ प्रशांत कुमार प्रसून, सीओ निशु सिंह के देखरेख में निर्वाचन आयोग के वेबसाइट पर अपलोड किया जा रहा है. इस दौरान राजापाकड़ विधानसभा क्षेत्र के निबंधक निर्वाचन पदाधिकारी सह डीसीएलआर मेघा कश्यप निरीक्षण करने पहुंची. उसने बताई कि देसरी प्रखंड क्षेत्र में कुल मतदाता की संख्या 71841 है. जिसमें 12 हजार फर्म निर्वाचन आयोग के साइट पर अपलोड किया जा चुका है. उधर बीडीओ प्रखंड कार्यालय से कर्मी को भेज भेज कर बीएलओ से प्राप्त फार्म को प्रखंड कार्यालय मंगवा कर अपलोड करवा रहे थे. अपलोड करने को लेकर साइट की गति स्लो होने से कर्मियों को परेशानी हो रही थी.

गोरौल.

मतदाता पुनरीक्षण कार्य को लेकर लगभग बूथें पर बीएलओ नही दिखे और न ही कोई मतदाता ही बूथों पर दिखे. हालांकि बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर फार्म भरवा रहे है. जहां उन्हें आम जनता के गुस्से का सामना करना पर रह है. कई बीएलओ ने नाम नही छापने के शर्त पर बताया कि दिनों भर प्रखंड कार्यालय में फार्म जमा करने एवं इंट्री करने में लग जाता है. इसी बीच समय निकालकर मतदाताओं के घर पर भी जाना होता है. इस कार्य में आंगनवाड़ी सेविका, आशा कार्यकर्ता एवं जीविका कर्मी सहयोग करते है, लेकिन कम पढ़े लिखे मतदाता तो कागज मांगने पर भड़क जाते है और बोलते है कि हमारा उम्र 80 वर्ष हो गया. आज तक कभी भी हमलोगों को प्रमाण नही देना पड़ा है. इस बार प्रमाण मांगा जा रहा है. मतदाता मच्छु सिंह, शिव शंकर राय, रामदेव राय, शिवजी राय, राम सकल पासवान, ने बताया कि हमलोग वर्ष 2003 का वोटर लिस्ट कहां से लाये. कागज जुटाने में काफी परेशानी हो रही है. 80 वर्षीय शंकर सिंह, 75 वर्षीय भाग्य नारायण राय ने बताया कि हमलोग आज तक मतदान से पहले इतना परेशान नही हुए है. अभी हमलोगों के घर पर बीएलओ नही आया है. कौन-कौन कागजात लगेगा इसकी सही जानकारी भी हमे नही है. 70 वर्षीय विनोद झा , 65 वर्षीय शक्तिनाथ झा, 50 वर्षीय हरि पांडेय, विद्यानंद सिंह ने बताया कि अब हमलोगों को भी भारत के नागरिक होने का प्रमाण देना पड़ रहा है. हमलोग कागज की व्यवस्था कर रहे है, जिससे हमलोगों का नाम वोटर लिस्ट से नही कटे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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