महनार. महनार प्रखंड के चमरहरा गांव में शुक्रवार की सुबह एक घटना ने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया. वर्षों से गांधी तालाब के पास सड़क किनारे मुर्गा दुकान चला रहे सुनील सहनी की करेंट लगने से मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गयी. वे चमरहरा निवासी रामवृक्ष सहनी के दामाद थे और लंबे समय से ससुराल में ही रहकर व्यवसाय कर रहे थे. सुबह के समय बारिश के दौरान जब सुनील अपनी दुकान खोलने पहुंचे, उसी दौरान दुकान के पास लगे सीमेंट के बिजली पोल में जोरदार शॉर्ट सर्किट हुआ. अचानक फैले करेंट की चपेट में आकर सुनील वहीं गिर गया. स्थानीय लोगों ने जब उन्हें छटपटाते देखा, तब तक बहुत देर हो चुकी थी. मौके पर ही उनकी मौत हो गयी. घटना की खबर मिलते ही इलाके में सनसनी फैल गयी. मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. आसपास के ग्रामीण भी बड़ी संख्या में जमा हो गये.
सड़क जाम कर बिजली विभाग के खिलाफ की नारेबाजी : आक्रोशित लोगों ने सड़क को पूरी तरह जाम कर दिया और बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. ग्रामीणों का आरोप था कि वर्षों से जर्जर और लटकते तारों व खतरनाक पोल की अनदेखी की जा रही है, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ है. घटना की जानकारी मिलते ही अंचलाधिकारी पूजा राय, महनार थानाध्यक्ष वेदानंद सिंह और राजस्वकर्मी प्रशांत कुमार पाठक मौके पर पहुंचे. प्रशासन ने आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन भीड़ कार्रवाई और मुआवजे की ठोस मांग को लेकर डटी रही. स्थिति तनावपूर्ण बनी रही. बिजली विभाग की ओर से मौके पर कोई वरिष्ठ अधिकारी नहीं पहुंचा, जिससे लोगों का गुस्सा और भड़क गया. बाद में विभाग की ओर से एक लिखित पत्र भेजकर मुआवजे के रूप में चार लाख रुपये देने की बात कही गई, लेकिन आक्रोशित ग्रामीण इस आश्वासन से संतुष्ट नहीं हुए. लगभग पांच घंटे तक सड़क जाम की स्थिति बनी रही. अंततः पूर्व विधानसभा प्रत्याशी इं रवींद्र सिंह, मुखिया अशोक कुमार सिंह, सरपंच नीलेश कुमार सिंह, जदयू नेता राकेश रंजन, मुक्कू सिंह और उप मुखिया मिथिलेश सिंह मौके पर पहुंचे. जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन के साथ मिलकर आक्रोशित ग्रामीणों से बात की और शांति की अपील की. महनार थाना पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हाजीपुर भेज दिया. प्रशासन की ओर से आश्वासन दिया गया कि मुआवजा प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाएगी और विभागीय लापरवाही की जांच कराई जायेगी.
क्या कहते हैं अधिकारी
हाइटेंशन खंभे के नीचे दुकान संचालित था, जो गलत है. लाइन मैन द्वारा बार-बार दुकान हटाने के लिए कहा गया था, लेकिन दुकान नहीं हटाया गया. अभी भी बिजली के खंभे के नीचे दुकान संचालित हो रहा, जो खतरा और जोखिम से भरा हुआ है. सुबह चमरहरा रेलवे स्टेशन से पहले पहाड़पुर पोखर के पास बिजली के हाइ टेंशन वायर का इंस्युलेटर ब्लास्ट कर गया, जिससे बिजली के खंभे में लाइन आ गया. इसी वजह से मुर्गा दुकानदार संचालक के करंट लगने से मौत हो गयी. मामले की जांच कर नियमानुकूल मुआवजा दिया जायेगा.
जितेंद्र कुमार, सहायक विद्युत अभियंता, कार्य प्रमंडल, महनारडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है