Bihar News: बिहार में अलग-अलग जगहों से कभी निर्माणाधीन पुल, तो कभी उद्घाटन होने के बाद पुल के गिरने की घटना सामने आते रहती है. इसी कड़ी में आज राज्य के जहानाबाद जिले से एक ताजा मामला सामने आया है, जहां एक निर्माणाधीन पुल पूरी तरह से टूटकर गिर गया. मामला जहानाबाद जिले के ओकरी थाना क्षेत्र के शादीपुर रतन बिगहा गांव के पास की है. घटना के बाद पूरे इलाके में अफरातफरी का माहौल हो गया और सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में स्थानीय लोग वहां पहुंच गये. इस घटना में दो मजदूरों के घायल होने की खबर सामने आई है.
भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत हो रहा था पुल का निर्माण
जहानाबाद जिले में इस पुल का निर्माण भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत किया जा रहा था. इस पुल का नाम आमस-दरभंगा एक्सप्रेस-वे 119 डी है, जो बीते रविवार को देखते ही देखते ध्वस्त हो गया. भारतमाला प्रोजेक्ट भारत सरकार की एक योजना है, जिसके तहत देशभर में सड़कों का निर्माण किया जाता है. इस परियोजना की शुरुआत साल 2017 में हुई थी.
घायल मजदूरों का चल रहा इलाज
इस निर्माणाधीन पुल के गिरने से वहां काम कर रहा दो मजदूरों के ऊपर मलवा गिर गया, जिसके कारण वे गंभार रुप से घायल हो गये हैं. घटना के बाद स्थानीय लोगों की मदद से घायल मजदूरों को जिले के सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज किया जा रहा है.
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घटिया किस्म का सामान इस्तेमाल करने का लगा आरोप
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने यह आरोप लगाया है कि इस पुल के निर्माण में एकदम घटिया और खराब किस्म के सामानों का इस्तेमाल किया गया था, जिसके कारण इस प्रकार की घटना हुई और पुल पूरी तरह से टूटकर बिखर गया. जिले के स्थानीय लोग और ग्रामीणों ने इस घटना के बाद जांच की मांग की है.
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बिहार का पहला एक्सप्रेस-वे है आमस-दरभंगा एक्सप्रेस-वे
आमस-दरभंगा एक्सप्रेस-वे बिहार का पहला एक्सप्रेस-वे है, जिसे केंद्र सरकार ने साल 2021 में हरी झंडी दिखाई थी. इस 189 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे का निर्माण लगभग 6000 करोड़ की राशि से किया जा रहा है. साल 2024 तक इसका निर्माण पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन जमीन अधिग्रहण की समस्या के कारण अभी इस निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है. (हर्षित कुमार)