Bihar: बिहार के जहानाबाद जिले में शराबबंदी कानून को ठेंगा दिखाने वाले एक दारोगा को एसपी के आदेश पर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. आरोपी दारोगा की पहचान घोषी थाना में तैनात राजकिशोर चौधरी के रूप में हुई है. उनके खिलाफ विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है. इस कार्रवाई के बाद जिला पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है.
एसपी विनीत कुमार को मिली थी सूचना
घटना 26 जून की है, जब जहानाबाद एसपी विनीत कुमार को गुप्त सूचना मिली कि दारोगा राजकिशोर चौधरी नशे की हालत में ड्यूटी कर रहे हैं और आम लोगों के साथ-साथ सहयोगी पुलिसकर्मियों से भी दुर्व्यवहार कर रहे हैं. सूचना मिलते ही एसपी ने घोषी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी-2 संजीव कुमार को तत्काल जांच के आदेश दिए. जांच टीम जब थाना पहुंची तो दारोगा की ब्रेथ एनालाइजर से जांच की गई, जिसमें शराब पीने की पुष्टि हो गई. पूछताछ के दौरान दारोगा स्पष्ट रूप से कुछ बता भी नहीं पाए क्योंकि उन्होंने अत्यधिक शराब पी रखी थी. इसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया.
दरोगा के खिलाफ विभागीय प्रक्रिया शुरू
अब राजकिशोर चौधरी के खिलाफ बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद (संशोधित) अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है. साथ ही, विभागीय अनुशासनात्मक प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. बताया जा रहा है कि अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी से मामले की विस्तृत जांच रिपोर्ट भी मांगी गई है.
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दरोगा का नौकरी जाना तय
गौरतलब है कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है और इसे लागू कराने की जिम्मेदारी खुद पुलिस पर है. लेकिन कई बार पुलिसकर्मी ही इस कानून का उल्लंघन करते पकड़े जाते हैं, जिससे विभाग की छवि धूमिल होती है. कानून के जानकारों का कहना है कि इस मामले में आरोपी दारोगा की नौकरी जाना लगभग तय है.